जिले में धीमी हुई ड्रोन से शराब की निगरानी

- ड्रोन से पकड़ में आने वाले तस्करों की कम मिल रही सूचना

- शुरू में ड्रोन से पता लगाने में पुलिस को मिली थी सफलता
- शराब की कई भट्ठियों का हुआ था पर्दाफाश, पकड़े गए थे तस्कर
संवाद सहयोगी, जमुई : शराब तस्करों पर नकेल कसने के लिए ड्रोन से निगरानी की गति जिले में धीमी पड़ती दिख रही है। दुरूह इलाके में शराब बनाने वाली भट्ठियां इसके निशाने पर थी। इसमें शहर से लेकर गांव तथा जंगली इलाका शामिल था। इन क्षेत्रों में शराब की निगरानी के लिए ड्रोन का सहारा लिया गया। इसके बेहतर परिणाम भी सामने आए। कई क्षेत्रों में चुलाई हुई शराब बनाने वाली कई भट्ठियों का पर्दाफाश किया गया। कई तस्कर भी पकड़े गए।

कुछ दिनों से ड्रोन की गतिविधियां किसी इलाके में देखने को नहीं मिल रही है। खैरा, बरहट, चरकापत्थर, चकाई तथा बरहट इलाके के जंगलों में शराब तस्कर अपनी गतिविधियां चलाते थे। इन स्थानों पर आसानी से पुलिस नहीं पहुंच पाती थी। इस बीच तस्करों को भनक लग जाती थी और वे पकड़ में नहीं आते थे। इन क्षेत्रों में जब ड्रोन से निगरानी की जाने लगी तो शराब बनाने के अवैध कारोबार में कमी आने लगी। आशंका व्यक्त की जा रही है कि ड्रोन की पकड़ से बचने के लिए तस्करों ने अपना ठिकाना बदल लिया या कारोबार का स्वरूप बदल दिया।
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ड्रोन की गतिविधियां कम नहीं हुई है। शुरुआती दिनों में ड्रोन की जद में अधिकांश तस्कर आ गए। ड्रोन की मदद से शराब की कई भट्ठियों को नष्ट करने के साथ तस्करों की भी गिरफ्तारी हुई। अब शराब के धंधे में कमी आई है।
संजीव ठाकुर, उत्पाद अधीक्षक, जमुई

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