जिलाधिकारी ने की मनरेगा से संबंधित योजना की जांच, स्थिति से हुए अवगत



संस, छातापुर (सुपौल) : जिलाधिकारी कौशल कुमार ने गुरुवार को छातापुर प्रखंड क्षेत्र की विभिन्न पंचायतों का भ्रमण कर मनरेगा से संबंधित कई योजनाओं की जांच की। इस क्रम उन्होंने रामपुर पंचायत में मनरेगा योजना से चल रहे मुरलीगंज वितरणी नहर की तल सफाई और बांध मरम्मत कार्य का निरीक्षण किया। भ्रमण के क्रम में उनके साथ एसडीओ एसजेड हसन, डीपीओ सुपौल अविनाश कुमार झा, बीडीओ रीतेष कुमार सिंह, सीओ उपेंद्र कुमार, बीपीआरओ माधवेंद्र कुमार, ग्रामीण आवास पर्यवेक्षक शशांक शेखर, एई शिवनारायण यादव, जेई सुरेंद्र प्रसाद, पीटीए उमेश प्रसाद साहु, पंचायत सचिव मु. हन्नान, पीआरएस प्रदीप कुमार आदि थे। जिलाधिकारी द्वारा सबसे पहले रामपुर पंचायत में मनरेगा योजना से करीब 29 लाख की लागत से मुरलीगंज वितरणी नहर के 27 से 30 आरडी तक तल सफाई एवं बांध निर्माण का कार्य का निरीक्षण किया गया ।

इस दौरान डीएम ने योजना कार्य की रूपरेखा व अन्य बिदुओं की पड़ताल की और स्थानीय मु. हासिम सहित कई किसानों से जानकारी ली। वे वितरणी नहर की लंबाई और इससे जुडे ग्रामीण केनालों की स्थिति से अवगत हुए। इसके बाद डीएम ने मनरेगा डीपीओ अविनाश कुमार झा, पीओ कौशल राय सहित मौजूद अभियंताओं को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया। डीएम ने कहा कि सुपौल जिले में केनाल सिस्टम काफी विकसित है, कालांतर में सिचाई से जुडी आधारभूत संरचना ध्वस्त व बाधित हुए हैं। वितरणी नहर एवं ग्रामीण केनालों को दुरूस्त करने की आवश्यकता है, ताकि किसानों के खेत तक सहजता से पानी पहुंचाया जा सके। कहा कि सभी वितरणी एवं उपवितरणी नहर एवं ग्रामीण केनालों की संरचना को दुरूस्त करने के कार्य को एक्शन प्लान में लिया गया है। डीएम ने कहा कि मुरलीगंज वितरणी नहर के जीरो पोइंट से लेकर मुरलीगंज तक तल सफाई एवं बांध मरम्मत कार्य हो जाने के बाद इलाके के किसानों को सिचाई में काफी लाभ मिलेगा। इसके लिए अररिया एवं मधेपुरा के प्रशासन से समन्वय बनाकर इस दिशा में कार्य करवाने की आवश्यकता है।

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