असानी चक्रवात बढ़ा सकती कठिनाई, खुले में जाने से करें परहेज

-वर्षा के साथ बरस सकती है बिजली

-बहियार और खुले में जाने से बचें
-बारिश या बिजली कड़कने पर पेड़ के नीचे नहीं छिपे
-खुले में मोबाइल का उपयोग नहीं करें
-गुरुवार को बारिश व मेघ गर्जन की संभावना
संवाद सहयोगी, जमुई : जमुई जिला पहले से ही थंडर जोन के अंतर्गत आता है। बारिश के साथ ही वज्रपात यहां आम बात है। ऐसे में बंगाल की खाड़ी से उठी असानी चक्रवात कठिनाई बढ़ा सकता है। मौसम विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया और सरकार ने गाइडलाइन, लेकिन जान अपनी है इसलिए खुद की जिम्मेदारी सबसे अधिक है।

वेदरडाटकाम के अनुसार जिले में गुरुवार को मेघ गर्जन के साथ ही बारिश होने की संभावना है। लिहाजा, घर में ही रहना हितकार होगा। बहियार और खुले स्थान में जाने से परहेज करना बेहतर होगा। पशुपालकों को खास ध्यान रखने की जरूरत है। पशु को चराने में पशु पालक अकसर बहियार में निकल जाते हैं और वज्रपात के शिकार हो जाते हैं। पूर्व की ऐसी कई घटनाएं गवाह है। बहरहाल, असानी चक्रवात का असर जिले में मंगलवार से दिखने लगा। पूरे दिन आसमान में कभी तीखी धूप तो कभी बादल छाते रहे। हवा में भी अपेक्षाकृत कम गर्मी रही। कृषि विज्ञान केंद्र के प्रमुख डा. सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि 11 से 12 मई को मेघ गर्जन के साथ बारिश की संभावना है। हवा की रफ्तार 20 से 30 किलोमीटर प्रति घंटा रह सकती है। अगले एक सप्ताह तक तापमान में गिरावट की संभावना है। चक्रवात को लेकर आपदा विभाग ने पंचायत के मुखिया और वार्ड सदस्यों को इंटरनेट मीडिया के माध्यम से सूचित कर दिया है। साथ ही लोगों को सावधान रहने को लेकर आगाह भी किया है। बताया गया है कि खुले स्थान में जाने से बचें। बारिश के दौरान पेड़ और उंचे खंभे के नीचे नहीं छिपें। जल्द सुरक्षित स्थान पर चले जाए। खुले मैदान में बारिश और मेघ गर्जन के दौरान मोबाइल फोन का उपयोग ना करें।

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