भूमि विवाद में रिश्ते हो रहे तार-तार, अपनों के खून के हो रहे प्यासे

-10 दिन में आधा दर्जन से अधिक आए मामले

-पूर्व में भी भूमि विवाद में कई की जा चुकी है जान
संवाद सूत्र, झाझा (जमुई): भूमि विवाद में रिश्तों की मर्यादा तार-तार हो रही है। प्रखंड में भूमि विवाद के कारण मारपीट की कई घटनाएं हुई है। इसमें एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो चुके हैं। कठबजरा, सिमुलतला के कनौदी, हरना सहित अन्य गांव में भूमि विवाद ने कई की जिंदगी ले ली।
विवाद के पीछे की वजह भूमि के बढ़ते दाम, लोगों के घटती आमदनी, बढ़ती बेरोजगारी के अलावा संयुक्त परिवार से एकल में विघटित होना माना जा रहर है। संयुक्त परिवारों के विखंडन से रिश्तों के बीच दूरियां बढ़ी तो विवाद से क्लेश बढ़ा। हाल के दस दिनों में थाना क्षेत्र में आधा दर्जन से अधिक मारपीट के मामले सामने आए। दोनों पक्षों की ओर से थाना में मामला दर्ज कराया गया है। कई मामले डीसीएलआर कोर्ट में लंबित रहने से विवाद का कारण बना हुआ है। इसके अलावा कई भूमि को दो-दो व्यक्ति के नाम कर दिया गया है। बढ़ते भूमि विवाद को देखते हुए इसके निपटारे के लिए प्राथमिक प्रयास के तहत थाने में जनता दरबार लगाया जाने लगा। ताकि ऐसे मामले में कोर्ट का चक्कर नहीं लगाना पड़े और जल्द इसका निपटारा हो जाए।

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केस स्टडी- 1
20 अप्रैल को थाना के कठबजरा गांव में दो डिसमील भूमि को लेकर दो पक्ष के बीच मारपीट हुई। इसमें हिरू यादव की पत्नी 70 वर्षीय सुकमरिया देवी की मौत हो गई, जबकि आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। दोनों पक्ष की ओर से थाना में मामला दर्ज है। यह विवाद खरीदे गए भूमि को लेकर हुई।
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केस स्टडी- 2
दो मई को बलियो गांव के प्रकाश यादव को चचेरा भाई सहित चार लोगों ने भूमि विवाद को लेकर भुजाली से प्रहार कर घायल कर दिया था। आरोपित एवं पीड़ित के बीच भूमि को लेकर विवाद चल रहा है।
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केस स्टडी- 3
23 अप्रैल को पवन ठाकुर पैतृक भूमि का बंटवारा कर रहे थे। उसी दौरान आधा दर्जन से अधिक गोतिया ने हमला बोल दिया और पवन ठाकुर सहित अन्य सदस्य को घायल कर दिया।
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केस स्टडी- 4
25 अप्रैल को धपरी गांव में दो कट्ठा भूमि को लेकर दो पक्ष के बीच मारपीट हो गई। जिसमें आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। दोनों पक्ष की ओर से थाना में मामला दर्ज कराया गया है।
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केस स्टडी- 5
एकडारा चौक के डा. श्याम सुंदर मंडल ने बेनीबांक गांव के बिदेश्वर मंडल से भूमि खरीदने के लिए एकरारनामा किया। इस एवज में आधा पैसा दे दिया गया। उसके बाद बिदेश्वरी मंडल भूमि नहीं लिखने को तैयार हुए। मामला जनता दरबार में पहुंचा जो अभी लंबित पड़ा हुआ है।
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केस स्टडी- 6
आठ मई को चरघरा में भूमि विवाद को लेकर आधा दर्जन लोगों ने एक परिवार के सदस्यों के साथ मारपीट की। जनता दरबार के माध्यम से उक्त भूमि के निर्माण कार्य पर रोक लगाया था। उसके बावजूद कार्य कराया जाने लगा। इस पर मारपीट में तीन लोग घायल हो गए थे।
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कोट
भूमि विवाद के कारण मारपीट की घटना में वृद्धि हुई है। थाना में अंचलाधिकारी की मदद से विवाद के निष्पादन का प्रयास किया जाता है।
राजेश शरण, थानाध्यक्ष, झाझा

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