कृषि यंत्र बनाने वालों को मिलेगा अनुदान

जहानाबाद : कृषि यांत्रिकरण योजना के तहत यंत्रों की खरीद पर किसानों को सरकार फिर से अनुदान राशि देगी। कोरोना काल में यंत्रों की संख्या कम कर दी गई, जिसे फिर से बहाल कर दिया गया है।

पहले 10 कृषि यंत्रों पर अनुदान का प्रविधान था। सरकार की नई गाइड लाइन में अनुदान राशि के अलावा यंत्रों की संख्या भी बढ़ाई गई है। 10 हजार से अधिक अनुदान राशि होने पर सीधे यंत्र निर्माता के खाते में राशि भेजी जाएगी। इतना ही नहीं, प्रदेश के यंत्र निर्माता को 10 प्रतिशत अधिक अनुदान राशि दी जाएगी। सरकार की नई गाइड लाइन के अनुसार पहले आओ पहले पाओ के आधार पर किसानों को यंत्र मुहैया कराए जाएंगे। कृषि मंत्री ने लेजर लैंड लेवलर को इस बार कृषि यांत्रिकीकरण योजना में शामिल करने का निर्देश दिया है।

कृषि अभियंत्रण के सहायक निदेशक स्नेहा सिन्हा ने कहा कि परमिट लेने वाले डीलरों को नए नियम कानून के तहत किसानों को सामग्री उपलब्ध करानी होगी। जिन कृषि यंत्र की खरीदारी में अनुदान की राशि 10 हजार से कम होगी, उसकी राशि डीलर के खाते में भेज दी जाएगी। 10 हजार से अनुदान की राशि अधिक होगी तो वह पैसा विभाग द्वारा सीधे यंत्र निर्माता के खाते में भेजा जाएगा। सरकार ने 17 प्रकार के कृषि यंत्रों की खरीदारी में विभिन्न तरह की अनुदान राशि देने का प्रविधान जारी किया है। इस वर्ष भूमि समतल करने के लिए एक यंत्र को जोड़ा गया है। सामान्य एवं अनुसूचित जाति जनजाति, अत्यंत पिछड़ा वर्ग के लिए अलग-अलग अनुदान राशि दी जाएगी। 40 से लेकर 80 प्रतिशत अनुदान राशि दी जाएगी। नए कृषि यंत्रों के माध्यम से खेती करने पर किसानों को अत्याधिक लाभ मिलेगा। फसल की उपज भी अधिक होगी। पराली जलाने की भी आवश्यकता नहीं पड़ेगी। सहायक निदेशक ने कहा कि सरकार ने किसानों को कम कीमत में कृषि यंत्र मुहैया कराकर उनकी आमदनी बढ़ाने की योजना बनाई है। इन यंत्रों के माध्यम से कृषि कार्य करने में पानी की भी कम खपत होती है। बीज सड़ने की संभावना कम रहती है। किसानों को नई तकनीकी से खेती करना आवश्यक है।

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