राजीनामा के तहत वादों का करें निस्तारण : जिला जज

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-अल्प व्यय में त्वरित न्याय : देवेश
-विवाद के निष्पादन में लचीला रुख अख्तियार करें : अध्यक्ष
- जमुई व्यवहार न्यायालय में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन
संवाद सहयोगी, जमुई : जिला विधिक सेवा प्राधिकार ने स्थानीय व्यवहार न्यायालय परिसर में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया। जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष सह जिला एवं सत्र न्यायाधीश अशोक कुमार गुप्ता ने न्याय सदन के प्रशाल में दीप जलाकर राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारंभ करते हुए कहा कि यहां राजीनामा के आधार पर वादों का निस्तारण किया जाता है।

कोई भी इच्छुक जन स्वयं या अपने अधिवक्ता के माध्यम से केस के निपटारे के लिए आवेदन दे सकते हैं। यहां सुनाए गए फैसलों की अहमियत उतनी ही होती है, जितनी सामान्य अदालत में सुनाए गए फैसलों की होती है। राष्ट्रीय लोक अदालत में सुनाए गए फैसले के खिलाफ अपील दायर नहीं की जा सकती है। पक्षकारों से इस अदालत का ज्यादा से ज्यादा लाभ लेने की अपील की।
जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव देवेश कुमार ने मौके पर अतिथियों का खैरमकदम करते हुए कहा कि राष्ट्रीय लोक अदालत में पक्षकारों को अल्प व्यय पर त्वरित न्याय हासिल होता है। उन्होंने सम्बंधित पक्षों की सहमति से मामलों का निपटारा किए जाने की बात बताते हुए कहा कि अधिक मामलों के शीघ्र निष्पादन के लिए इसका हर तीन माह पर आयोजन किया जाता है। उन्होंने राष्ट्रीय लोक अदालत की महत्ता पर कहा कि यहां सबके लिए न्याय उपलब्ध है। कुमार ने इसे अनोखा और अनूठा न्यायालय की संज्ञा देते हुए कहा कि पक्षकार इसकी शरण में आकर अल्प समय में त्वरित न्याय प्राप्त करें। सचिव ने इसे पक्षकारों के लिए अत्यंत लाभकारी करार देते हुए कहा कि समस्याओं का तुरंत समाधान ही इसका मूल उद्देश्य है। जिला विधिज्ञ संघ के अध्यक्ष अश्विनी कुमार यादव ने विभागीय अधिकारियों को विवादों को सुलझाने में लचीला रुख अख्तियार करने का संदेश देते हुए कहा कि पक्षकारों को सहूलियत देकर ही हम राष्ट्रीय लोक अदालत की सार्थकता को रेखांकित कर सकेंगे।
न्यायिक पदाधिकारी शशिभूषण कुमार, डीपीआरओ शशांक कुमार, श्रम अधीक्षक पूनम कुमारी, जिला विधिज्ञ संघ के महासचिव विपिन कुमार सिन्हा समेत कई सम्बंधित अधिकारी, अधिवक्ता एवं पक्षकार उद्घाटन सत्र में उपस्थित थे। उद्घाटन सत्र के बाद राष्ट्रीय लोक अदालत के तहत गठित बेंचो के माध्यम से बैंक से संबंधित सभी प्रकार के प्री- लिटिगेशन, सर्टिफिकेट वाद, संबंधित विचाराधीन मामले, मोटर दुर्घटना दावा वाद, वैवाहिक परिवारिक वाद, बिजली विभाग, विधि अपील मामले, सुलहनीय मामले, सभी तरह के सिविल मामले, भूमि अधिग्रहण, वन विभाग, उत्पाद विभाग, ट्रैफिक चालान, प्राइवेट कंप्लेंट, बीएसएनएल, जल एवं कर, नगरपालिका से संबंधित मामले, श्रम कानून, खाद्य एवं प्रसंस्करण, औषधि, प्रसाधन सामग्री, राजस्व आदि मामलों की सुनवाई की गई और इन सभी का विधि सम्मत ढंग से निपटारा किया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत सौहार्दपूर्ण वातावरण में कानून सम्मत ढंग से संपन्न हो गया।

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