90 फीसद अनुदान पर मिलेगा धान और अरहर का बीज



जागरण संवाददाता शेखपुरा
खरीफ की खेती की तैयारी में कृषि विभाग जुट गया है। इसी तैयारी में किसानों को अनुदानित कीमत पर धान का बीज उपलब्ध कराया जाएगा। जिला कृषि पदाधिकारी शिवदत्त सिन्हा ने बताया कि खरीफ सीजन के लिए किसानों को मुख्यमंत्री तीव्र बीज विस्तार योजना के तहत 90 फीसद अनुदान पर धान और अरहर का बीज उपलब्ध कराया जाएगा। इसका लाभ लेने वाले किसानों को 25 मई तक आनलाइन आवेदन करना होगा। आवेदन करने वालों को ही बीज दिया जाएगा। योजना के तहत प्रत्येक राजस्व गांव से 5 किसानों को 6 किलो धान का बीज दिया जाएगा। इसी तरह प्रत्येक राजस्व गांव से 2 किसान को 2 किलो अरहर का बीज दिया जाएगा। तीव्र बीज विस्तार योजना का धान और अरहर का बीज अभी जिला को नहीं मिला है। महीना के अंत तक जिले को बीज उपलब्ध हो जाएगा। इस बीज पर किसानों को सरकार की तरफ से 90 फीसद अनुदान मिलेगा। किसानों को धान का उत्तम बीज उपलब्ध कराने के लिए दूसरी योजना भी शुरू की जा रही है। इसमें 50 फीसद अनुदान पर किसानों को धान का बीज उपलब्ध कराया जाएगा। इसमें दो तरह का बीज है। एक 10 साल से कम पुराना किस्म और दूसरा 10 साल से अधिक पुराना किस्म का। जिले में 98 हजार से अधिक किसान कृषि विभाग में पंजीकृत हैं। पंजीकृत किसानों को ही इन योजनाओं का लाभ दिया जाएगा।

अमृत सरोवर योजना से एक साथ सात तालाबों पर काम शुरू
जागरण संवाददाता शेखपुरा ग्रामीण क्षेत्रों में जल संचय की महत्वाकांक्षी योजना अमृत सरोवर का काम रविवार से शुरू हो गया। रविवार को एक साथ जिले के छह प्रखंडों में सात तालाबों के कार्य का शुभारंभ किया गया। डीडीसी सत्येंद्र कुमार सिंह तथा डीआरडीए निदेशक खिलाफत अंसारी ने अलग-अलग इन कार्यों का शुभारंभ किया। इस अवसर पर स्थानीय पंचायत प्रतिनिधि भी शामिल हुए। डीडीसी ने बताया कि देश की आजादी के 75 साल पूरे होने पर देश भर में हो रहे अमृत महोसत्व के तहत जल संचय के लिए अमृत सरोवर योजना शुरू की गई है। इसमें मनरेगा से बड़े आकार के नए तालाबों का निर्माण या फिर पुराने तालाबों का जीर्णोद्धार होना है। शेखपुरा जिले के छह प्रखंडों में 75 तालाबों का निर्माण और जीर्णोद्धार किया जाना है। रविवार को इसका शुभारंभ किया गया। रविवार को सदर प्रखंड के गगरी,अरियरी में चोढ़दरगाह, हजरतपुर,चेवाड़ा में लहना, बरबीघा में जगदीशपुर, शेखपुरसराय में महबतपुर तथा घाटकुसुंभा में भदौसी में कार्य शुरू कराया गया। अमृत सरोवर योजना से बनने वाले तालाब कम से कम एक एकड़ के क्षेत्र में होगा। जमीन उपलब्ध होने पर तालाब का क्षेत्र इससे भी बड़ा हो सकता है। यह तालाब सरकारी भूमि पर बनेगा। इस योजना से ग्रामीण क्षेत्रों में जल संचय का काम आसान होगा और पहले से चल रहे जल-जीवन-हरियाली योजना को भी बल मिलेगा। तालाबों की खोदाई और जीर्णोद्धार पर मनरेगा से राशि खर्च की जाएगी और इससे ग्रामीण श्रमिकों को घर पर ही काम भी मिलेगा।

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