प्रियांशु की मां लगा रही रट, मेरे बेटे को वापस ला दो

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फोटो- 16 जमुई- 31
संवाद सूत्र, चंद्रमंडी (जमुई): चकाई थाना के रामथाडीह गांव में रविवार की दोपहर डैम में नहाने के क्रम में डूबकर तीन बच्चों की मौत होने की घटना के दूसरे दिन मृतक प्रियांशु के घर मातमी सन्नाटा पसरा रहा। बेटे के गम में मां प्रतिमा देवी अभी भी बेसुध है। घटना के बाद से ही उसने अन्न जल ग्रहण नहीं किया है। कुछ यही हाल प्रियांशु के बड़े भाई दिव्यांशु और उसकी बहन खुशबू की है। लगातार रोने और कलपने से उन लोगों के आंसू सूख चुके हैं लेकिन भाई की मौत का गम आंखों में अभी भी जिदा है। सोमवार की दोपहर जरूर कुछ सगे संबंधी और गांव वाले हिम्मत बंधाने आए। लोगों को देखते ही प्रियांशु की मां उन लोगों से अपने बेटे को वापस लाने की गुहार लगाने लगती है। वह लोगों से एक ही रट लगाती है कि कोई मेरे बेटे को वापस ला दो। जिससे ढाढस बनाने पहुंचे लोग भी गम में डूब जाते है। मां के चेहरे पर बेटे की मौत का गम देखकर हर शख्स कलपने लगता है। सोमवार को भी प्रियांशु के घर चूल्हा नहीं जला। गांव में भी एक अजीब सा सन्नाटा था। ग्रामीणों ने बताया कि मृतक प्रियांशु कुशाग्र बुद्धि का लड़का था और पढ़ने में काफी तेज था। इस कारण वह गांव में भी काफी चहेता था। यही कारण है कि उसकी मौत से पूरे गांव में मातम और गम का माहौल है। लोग उसकी मौत को भूल नहीं पा रहे हैं। सौरव और शिवम के शव को पोस्टमार्टम के बाद उसके घर कटोरिया भेज दिया गया है। गौरतलब है कि रविवार की दोपहर अजय डैम में नहाने के क्रम में प्रियांशु एवं उसके ममेरे भाई सौरभ कुमार एवं शिवम कुमार की डूब कर मौत हो गई थी। जिससे इलाके में कोहराम मच गया था।
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