प्रमंडलीय मुख्यालय में बिजली के तार में निकलती है चिगारी

संस, सहरसा : वर्ष 2022 तक हर- घर बिजली लगातार का नारा देनेवाली सरकार का दावा सहरसा जिले में कई मायने में खोखला साबित हो रहा है। अबतक छह पावर सबस्टेशन का निर्माण पूरा नहीं हो सका है। दियारा इलाके में जहां कई गांव अभी भी दरभंगा और खगड़िया जिले के ग्रिड के सहारे रोशन हो रहा है। वहीं कहीं पोल तो तार नहीं कहीं दोनों हैं तो किसी भी समय बिजली गुल हो जाती है।

शहरी क्षेत्र का लगभग पोल तारों से उलझा हुआ है। रिहायशी इलाके में भी दर्जनों पोल पर चेंबर बाक्स नहीं लगा है जिससे हमेशा दुघर्टना की संभावना बनी रहती है। शहर और गांव में अक्सर स्पर्शाघात के कारण मानव और पशुओं की जान जाती है, परंतु बिजली विभाग के अधिकारियों को जैसे कान पर जूं तक नहीं रेंग रहा है।
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तमाम तैयारियों के बावजूद ग्रामीण क्षेत्र ही नहीं शहरी क्षेत्र में भी हर दिन चार से पांच घंटे तक बिजली कटती है। मुख्यालय में भी लोगों को जेनरेटर, इनवर्टर की उपयोगिता अबतक बनी हुई है। ऊपर से प्रमंडलीय मुख्यालय के कई मोहल्ले में अब भी बांस के सहारे लोगों के घरों तक बिजली पहुंच रही है।
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सुविधाओं के बिना ही नगरीय क्षेत्र में लगने लगा स्मार्ट मीटर
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प्रमंडलीय मुख्यालय में अब भी बिजली की समस्या से लोगों को मुक्ति नहीं मिली। न तो जर्जर तार को बदला गया और न ही पूरे शहर में कवर्ड वायर लग सका। कई मोहल्ले के लोगों के छतों के ऊपर या बिल्कुल बगल से हाईटेंशन तार गुजर रहा है। लोगों को नियमित बिजली नहीं मिल रही है, परंतु जहां पूरे दमखम से बकाए की वसूली हो रही है, वहीं स्मार्ट कार्ड लगाए जाने का कार्य शुरू हो गया है।
जिला मुख्यालय, सिमरीबख्तियारपुर नगरपरिषद के अलावा बनगांव, नवहट्टा, सौरबाजार और सोनवर्षाराज नगरपंचायत के 56 हजार उपभोक्ताओं का मीटर बदलकर स्मार्ट मीटर लगाया जा रहा है ताकि विभाग को नियमित राजस्व मिलता रहे। इसमें नए बने नगर पंचायतों में बिजली की स्थिति बेहद दयनीय है। आए दिन तार गिरने मानव व पशु स्पर्शाघात के शिकार हो रहे हैं। इस समस्या के प्रति विभाग गंभीर नहीं है।
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शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में पोल और तार बदलने का कार्य तेजी से चल रहा है। जहां भी किसी कारणवश पोल नहीं पहुंच पाया है अथवा कवर्ड वायर नहीं लग पाया, उन जगहों पर शीघ्र पोल तार बदला जाएगा। कहीं भी बांस के सहारे बिजली नहीं जाएगी। उलझे हुए तारों को भी शीघ्र ही ठीक किया जाएगा। राहुल कुमार कार्यपालक अभियंता, विद्युत विभाग, सहरसा।

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