अवैध नर्सिंग होम और जांच घर पर डीएम से कार्रवाई की मांग

जागरण संवाददाता, किशनगंज : एक ही मरीज के द्वारा अलग-अलग जांच घर में ईसीजी जांच कराने के बाद अलग-अलग रिपोर्ट आने का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार उठ रहे ऐसे मामले को देखते हुए भाजपा युवा मोर्चा के सदस्यों ने डीएम से अवैध नर्सिंग होम और जांच घर पर कार्रवाई की मांग की है। इसको लेकर भाजयुमो के सदस्यों ने डीएम को एक मांग पत्र सौंपा है। इसमें अवैध तरीके से बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहे नर्सिंग होम और जांच घर की जांच कराकार कार्रवाई की मांग की गई है।

सौंपे गए आवेदन में कहा गया है कि कई ऐसे नर्सिंग होम और जांच घर है जिसका नगर परिषद और स्वास्थ्य विभाग से रजिस्ट्रेशन नहीं है। कई जांच घरों में संबंधित चिकित्सक नहीं है और न ही मानक के अनुरूप मशीन उपलब्ध है। अधिकांश नर्सिंग होम में सिर्फ चिकित्सक के नाम का बोर्ड लगा होता है। कहा गया है कि ग्रामीण क्षेत्र से झोला छाप डाक्टर या दलालों के माध्यम से इन नर्सिंग होम में गरीब और असहाय मरीजों को भर्ती कराकर मोटी राशि उगाही की जाती है। नर्सिंग होम सरकार के नियमावली को पूर्ण नहीं करते और न ही चिकित्सक के द्वारा संचालित होते हैं। भाजयुमो के सदस्यों ने सिविल सर्जन के साथ पांच सदस्यों की कमेटी गठित कर नर्सिंग होम की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है। न्यूनतम मानकों के साथ नर्सिंग होम का संचालन सुनिश्चित हो एवं एक चिकित्सक अधिक से अधिक तीन नर्सिंग होम में अपनी सेवा दे सके। नर्सिंग होन का आपरेशन थियेटर वातानुकुलित एवं उच्च गुणवत्ता के मशीनों द्वारा सुनिश्चित किया जाए। बताते चलें कि हाल कि दिनों लाइनपाड़ा निवासी मरीज बिरेंद्र तिवारी द्वारा आपरेशन से पूर्व तीन नर्सिंग होम में अपना ईसीजी जांच करवाया था। इस दौरान एक जांच घर द्वारा हार्ट में आरबीबीबी का रिपोर्ट दिया था। वहीं अन्य दो नर्सिंग होम में नार्मल रिपोर्ट दिया गया था। मरीज किसे सही रिपोर्ट माने और किसे गलत इसको लेकर मरीज द्वारा उपभोक्ता फोरम में वाद दर्ज कराया और सिविल सर्जन को आवेदन देकर मामले की जांच की मांग की थी। इसके बाद भाजयुमो के द्वारा यह ज्ञापन डीएम को सौंपा गया है।
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