युवती के अपहरण का मामला दर्ज, आरोपित गिरफ्तार

संवाद सूत्र, सहरसा: शहर के रिफ्यूजी कालोनी मुहल्ला से एक लड़की के अपहरण का मामला मामला प्रकाश में आया है। दो समुदाय के लड़का-लड़की रहने से दो दिनों तक मामला तूल पकड़ने के बाद केस दर्ज कर दोनों को पुलिस ने बरामद कर कार्रवाई शुरू कर दी है।

इस मामले को लेकर मंगलवार को सदर थाना में विभिन्न संगठनों से जुड़े लोग थाना पहुंचकर मामले पर रोष जताना शुरू कर दिया जिसके बाद अपह्त युवती के पिता ने सदर थाना में आवेदन देकर अपनी पुत्री को बहला फुसलाकर अपहरण करने की रिपोर्ट दर्ज कराई है।
सदर थानाध्यक्ष सुधाकर कुमार ने बताया कि दर्ज अपहरण के मामले में आरोपित को गिरफ्तार किया गया है। युवती को मेडिकल जांच के लिए भेजा गया है। युवती का गुरूवार को न्यायालय में बयान कराया जाएगा। न्यायालय के निर्देश के बाद ही इस मामले में अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि मामला प्रेम प्रसंग से जुडृा है। सदर थाना को दिए गए आवेदन में पीडित ने कहा कि मेरी बेटी 15 मई 22 से ही घर वापस नहीं आयी है। खोजबीन में पता चला कि शहर के मुस्तुफा नगर के मु. इनामुल ने अपने अन्य साथियों के साथ मेरी पुत्री को बहला फुसलाकर उसका अपहरण कर लिया है। मेरी पुत्री नासमझ है। दो समुदाय का मामला होने के कारण पुलिस भी इस मामले में फूंक फूंक कर कदम उठा रही है। लड़का लड़की के कथित शादी का भी वीडियो वायरल हो रहा है।

-------------
संसू, सिमरीबख्तियारपुर (सहरसा): पुलिस वाहन को क्षतिग्रस्त करने और सरकारी कार्य में बाधा को लेकर दर्ज मामले के दो आरोपित की गिरफ्तारी पर ग्रामीणों ने थाना परिसर में जमकर हंगामा किया। दोनों आरोपित को छोड़ने की मांग कर पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की गई।
जानकारी के अनुसार, बगरौली ढ़ाला के समीप 19 फरवरी आटो और स्कूटी की टक्कर में दो सगे भाई की मौत के बाद ग्रामीणों द्वारा आटो को क्षतिग्रस्त कर चालक की पिटाई की गई थी। पुलिस के वाहन को क्षतिग्रस्त कर पुलिसकर्मी की पिटाई का मामला थाना में दर्ज किया गया था जिसमें से दो नामजद अभियुक्त गौरव कुमार और सुजीत कुमार को मंगलवार की रात रायपुरा से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी से गुस्साए ग्रामीणों ने बुधवार की सुबह बख्तियारपुर थाना पहुंचकर थाने का घेरावकर गिरफ्तार दोनों नामजद अभियुक्त को छोड़ने की मांग करने लगे। हंगामे की सूचना मिलने पर पूर्व जिप उपाध्यक्ष रितेश रंजन भी बख्तियारपुर थाना पहुंचे और आक्रोशित से बात की। मामले में पूर्व जिप उपाध्यक्ष ने कहा कि प्रशासन जितनी तत्परता समाज के लिए आवाज उठाने वाले एक सामाजिक कार्यकर्ता को गिरफ्तार करने में दिखाती है। उतनी ही तत्परता दोनों भाइयों के स्वजनों को मुआवजा दिलाने में करती तो स्वजन को मुआवजा मिल गया होता। प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने बताया कि स्थानीय एक नेता द्वारा सोची-समझी साजिश के तहत इस केस में नाम दिया गया। आक्रोशित ग्रामीणों को बख्तियारपुर थानाध्यक्ष कृष्ण कुमार द्वारा समझा बुझाकर भेज दिया।

अन्य समाचार