हर स्कूल में पेयजल सुविधा के लिए लगेगा आरओ प्लांट

संवाद सूत्र, सहरसा : जिले के सरकारी स्कूलों में अब बच्चों को शुद्ध पानी मिलने लगेगा। शिक्षा विभाग द्वारा जिले के प्राइमरी और मिडिल स्कूलों को किए गए सर्वेक्षण में यह बात सामने आयी है कि सैंकड़ों स्कूलो मे बच्चों को शुद्ध पानी नसीब नहीं हो रहा है। स्कूलों में चापाकल लगा हुआ है। जिसका उपयोग बच्चे कर रहे हैं। इतना ही नहीं जिले में करीब 150 स्कूलों में चापाकल की भी समस्या बनी हुई है।

चापाकल चोरी हो जाने से चापाकल की कमी स्कूलों में हो गयी है। शहरी क्षेत्र हो या ग्रामीण क्षेत्र हर जगहों से स्कूल से चापाकल की चोरी की सूचना विभाग को मिल रही है।

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विद्यालय विकास कोष से लगेगा संयंत्र
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विभाग ने इस वित्तीय वर्ष 2022- 23 में जिले के प्रारंभिक स्कूलों में आयरन रिमूवल प्लांट या आर ओ सिस्टम लगाने की योजना बनायी है। विद्यालय विकास कोष से हर स्कूल को प्राथमिकता के आधार पर बच्चों को शुद्ध पानी पीने के लिए मुहैया कराने हेतु आरओ मशीन लगाने का निर्देश दिया गया है। जिले में 1274 प्रारंभिक स्कूलों की संख्या है। जिसमें से करीब 1120 स्कूलों में ही चापाकल की सुविधा है। स्कूलों में लगे चापाकल से हर जगह संक्रमित पानी ही निकल रहा है। जिसका प्रतिकूल असर बच्चों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। इस वित्तीय वर्ष में ही शिक्षा विभाग ने विद्यालय विकास कोष में मिलनेवाली राशि से प्राथमिकता के आधार पर बच्चों को शुद्ध पीने का पानी मुहैया कराने के लिए आरओ सिस्टम लगाने को कहा है।
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कोट
शिक्षा विभाग द्वारा कराए गए सर्वेक्षण में इस बात का पता चला कि चापाकल से निकलने वाला पानी में आयरन की मात्रा अधिक है। विद्यालय विकास कोष से हर स्कूल में आरओ सिस्टम लगाने को कहा गया है। जिससे बच्चों को शुद्ध पीने का पानी उपलब्ध हो सके।
जियाउल होदा खां, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, सर्व शिक्षा अभियान

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