प्राथमिक विद्यालय गढिया उत्तर में विकास मद की राशि की जांच की मांग

संवाद सूत्र, सरायगढ़ (सुपौल): सरायगढ़-भपटियाही प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय, गढि़या उत्तर पोषक क्षेत्र के कई लोगों ने प्रखंड विकास पदाधिकारी को आवेदन देते हुए उक्त विद्यालय में विद्यालय विकास मद की राशि के खर्च की जांच की मांग की है।

लोगों का कहना है कि वित्तीय वर्ष 2019-20 और 20-21 में विद्यालय विकास के लिए विभागीय स्तर से जो राशि दी गई उसका प्रभारी प्रधान द्वारा कहां खर्च किया गया यह जानकारी नहीं दी जा रही है। लोगों ने विद्यालय विकास मद के राशि की हेराफेरी का आरोप लगाते हुए उसकी जांच कर कार्रवाई की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि प्राथमिक विद्यालय गढि़या उत्तर के विकास के लिए दी गई राशि का कहीं पर उपयोग नहीं हुआ है। लोगों का कहना है कि प्रभारी प्रधान विभागीय अधिकारियों की कृपा से अवैध तरीके से लंबे समय से प्रतिनियोजन पर हैं। जबकि उनका मूल विद्यालय प्राथमिक विद्यालय बिशनपुर पुनर्वास है। विद्यालय पोषक क्षेत्र के कुछ लोगों ने बताया कि बच्चों की खेलकूद सामग्री खरीद के लिए पैसे दिए गए इसके साथ ही फर्नीचर आदि के लिए भी पैसे प्राप्त हुए हैं लेकिन बच्चे जमीन पर बैठकर पढ़ाई करते हैं। प्रभारी प्रधान से जब भी कोई अभिभावक इस बारे में जानकारी मांगते हैं तो वह जानकारी देने से मुकर जा रहे हैं। लोगों का कहना है कि राशि के खर्च की जांच होने पर सच्चाई सामने आ जाएगी। लोगों ने इस बाबत एक आवेदन प्रखंड विकास पदाधिकारी को दिया है तथा उसकी कापी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को भी भेजी है।

उधर ग्रामीणों द्वारा विकास खर्च को लेकर उठाए गए सवाल पर प्रभारी प्रधान कुछ बोलने से अपने को परहेज कर रहे हैं। विद्यालय विकास मद की राशि की हेरा-फेरी के सवाल पर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी रीता कुमारी का पक्ष जाना। उन्होंने कहा कि आवेदन के आलोक में जांच होगी। प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि 2 वर्ष से लक्ष्मी कुमारी कैसे प्राथमिक विद्यालय गढि़या उत्तर में प्रतिनियोजित है उसका पत्र खोजा जा रहा हैद्य उन्होंने कहा कि प्रतिनियोजन को लेकर भी आवश्यक कार्रवाई होगीद्य

अन्य समाचार