फूड प्वाइजनिग का शिकार हो रहे नौनिहाल, बासी खाना से करें परहेज

संवाद सूत्र, त्रिवेणीगंज (सुपौल): प्रखंड क्षेत्र में बासी खाना ग्रहण करना बच्चों को महंगा पड़ रहा है। परिणामस्वरूप थाना क्षेत्र में डेढ़ वर्षो के अंदर दो फूड प्वाइजनिग का मामला सामने आ चुका है। इससे बच्चों के स्वास्थ्य पर भारी असर पर रहा है। लेकिन लोग बासी खाना खिलाने से परहेज नहीं कर रहे हैं। जिससे यह कभी जानलेवा साबित हो सकता है। बीते वर्ष फरवरी में थाना क्षेत्र के बरहकुरवा पंचायत के परतापुर वार्ड नंबर 1 में एक बच्चे की मौत भी फूड प्वाइजनिग से हो चुकी है। लेकिन जागरूकता के अभाव में लोगो ने भविष्य की चिता किये बिना बासी खाना ग्रहण धड़ल्ले से कर रहे हैं। जबकि गर्मी के मौसम में बासी खाना और खतरनाक साबित होता है। ऐसा चिकित्सकों का मानना है।


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क्या कहते हैं चिकित्सक त्रिवेणीगंज अनुमंडलीय अस्पताल में पदस्थापित चिकित्सक डा. राजीव रंजन ने बताया कि फूड प्वाइजनिग होने का मुख्य कारण है कि अगर हम कुछ भी खाते हैं उनका अनपच होने से कई तरह की परेशानी होती है। जैसे पेट में दर्द, पतला पैखाना, उल्टी, सुस्ती आदि है। यही ज्यादा होने पर बेहोशी की हालत हो जाती है। उन्होंने बताया कि खाना गर्म खाना चाहिए। बासी खाना से परहेज करना चाहिए। साथ ही खुला पानी से परहेज करना चाहिए और पानी को उबाल कर पीना चाहिए। खाने से पहले हाथ अच्छी तरह धोना चाहिए। गर्मी के मौसम में बासी खाना और भी घातक साबित होता है। इसके लिए लोगों को जरूरी है कि ताजा खाना, सिजनेबुल फल, पानी उबाल कर ग्रहण करें। यह चीज वहां के स्कूल समेत आंगनबाड़ी केंद्र पर भी लागू करवाना चाहिए। जिससे लोग जागरूक होंगे।

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