बर्बादी की कहानी लिख रही लगातार आंधी-बारिश

संस, रूपौली (पूर्णिया)। लगातार आंधी-बारिश से लोगों में भय का माहौल पैदा हो गया है, पता नहीं अगली सुबह होने से पहले क्या आफत आ जाए। पिछले एक सप्ताह से लगातार क्षेत्र में आंधी-पानी आ रहा है, जिससे यहां का जनजीवन अस्त-व्यस्त कर डाला है। एक ओर लोगों के आशियाने उजड़ गए हैं, वहीं किसानों की फसलें बर्बाद हो चुकी हैं।

लोगों के आशियाने उजड़ जाने से काफी परेशानी में हैं। गरीबों पर तो जैसे वज्रपात हो गया है। लगातार बिजली बाधित होने से यहां के लोगों के खासकर मोबाइल चार्ज नहीं होने से लोग काफी परेशानी में हैं । लोग 19 मई की भीषण आंधी से उबर भी नहीं पाए थे कि 20 मई की रात आयी भीषण आंधी-पानी ने एक बार फिर अपना कहर बरपा दिया है । यह आंधी रात लगभग एक बजे आयी तथा इतनी तेज थी कि लोग समझ नहीं पाए थे की किस ओर से आ रही थी । यह चक्रवात का रूप ले ली थी तथा देखते-देखते लोगों की चीख-पुकार मच गई । लोगों के आशियाने तो उडे़ ही, साथ-साथ लोग घरों में दब भी गए, जिन्हें बमुश्किल लोगों ने निकाला तथा इलाज करवाया । कई लोगों के टीन के छप्पर तो एक-एक किलोमीटर दूर गिरे मिले।

इस संबंध में तेलडीहा गांव के दुखु टुडू, मुकेश टुडु, गंगा मरांडी ने बताया कि वे लोग अपने खपरैल घर के नीचे सोये थे, तभी अचानक आंधी-पानी आ गयी । वे लोग कुछ समझ पाते कि अचानक खपरैल घर उनके उपर आ गिरा तथा वे लोग दब गए । वे लोग सहायता के लिए शोर मचाते रहे, परंतु उस आंधी-पानी में किसी ने नहीं सुनी, जब आंधी-पानी थमा, तब उनकी आवाज लोगों तक पहुंची तब लोगों ने उन्हें निकाला, वे लोग जख्मी हो गए थे । तत्काल उन्होंने अपना इलाज स्थानीय चिकित्सक से करवाया । इस तरह अन्य जगहों पर भी लोगों के घायल होने की सूचना है । इधर 19 मई की आंधी में बिजली व्यवस्था अभी ठीक से चालू भी नहीं हुई थी कि फिर इसके तार-पोल धाराशायी हो गए हैं । लोगों के मोबाइल चालू नहीं होने से लोग काफी परेशान हो गए हैं । इस आंधी में बडे-बडे पेड़ उखड़ गए हैं ।

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