आपसी विवाद तक ही सिमटा सोनू हत्याकांड की जांच

संवाद सहयोगी, जमुई : भले ही पुलिस सोनू की हत्या को आपसी विवाद से जोड़कर देख रही है, लेकिन अगर गहराई से तफ्तीश हो तो हत्या का मुख्य कारण सामने आ सकता है। नामजद के अलावा कई अन्य चेहरे भी बेनकाब हो सकते हैं। लाटरी के अलावा पैसे के लेनदेन के साथ-साथ लोगों के बीच प्रेम-प्रसंग का मामला भी चर्चा में है। आपसी विवाद में गोली मारकर हत्या की बात लोगों के गले से नहीं उतर रही है। भले ही पुलिस 24 घंटे के अंदर छह नामजद आरोपितों को गिरफ्तारी कर ली, लेकिन घटना की पड़ताल अब भी बाकी है। हर नामजद आरोपित दोषी नहीं हो सकता और यह भी जरूरी नहीं कि हर दोषी नामजद ही हो।


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काल डिटेल और लाल कार से मिल सकते हैं कई सुराग
सोनू के मोबाइल का काल डिटेल से पुलिस को हत्याकांड में कई अहम सुराग मिल सकते हैं। घटना से पहले सोनू को फोन कर किसी भरोसेमंद ने बुलाया था। उस भरोसेमंद का पर्दाफाश काल डिटेल से हो सकता है। घटना रात 9:30 और 10 के बीच की बताई जाती है। उस वक्त एक लाल रंग की कार भी त्रिपुरारी घाट रोड में देखी गई थी यानी अपराधी कार पर सवार थे। ऐसा स्थानीय सूत्र बताते हैं। घटना के वक्त त्रिपुरारी घाट रोड में कार गई थी तो वह कार किसकी थी और उसपर सवार कौन-कौन लोग थे। अंधेरी रात और सुनसान जगह पर कार क्यों गई थी। बताया तो यह भी जाता है कि कार को जाते तो देखा गया, लेकिन लौटते किसी ने नहीं देखा। यानी घटना के बाद कार दूसरे रास्ता से लौटी थी।
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आत्मसमर्पण करने वाले राज से खुल सकता है हत्या का राज
सोनू हत्याकांड का मुख्य आरोपित राज के आत्मसमर्पण करने के बाद घटना में नामजद सभी आरोपित जेल जा चुके हैं। गिरफ्तार छह आरोपितों से पूछताछ व जांच में मामला भले ही आपसी विवाद आया हो, लेकिन मुख्य अभियुक्त राज से हत्या के पीछे छिपे राज का पर्दाफाश हो सकता है। सूत्रों की मानें तो पुलिस राज को रिमांड पर लेकर पूछताछ करे तो कई छिुपे चेहरे सामने आ सकते हैं। राज और एक अन्य युवक के पास सोनू का डेढ़ से दो लाख रुपये बाकी था। एक ओर बार-बार पैसा मांगने की वजह से राज और उक्त युवक के निशाने पर सोनू था तो दूसरी ओर सोनू के प्रेम-प्रसंग से नाराज लोगों का साथ भी इन दोनों को मिल गया।
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सोनू के पिस्टल से ही की गई थी सोनू की हत्या
भरोसेमंद सूत्र बताते हैं कि सोनू हाल ही में एक पिस्टल खरीदा था। उसे पिस्टल रखने का काफी शौक था। वह घर से बाहर पिस्टल लेकर ही गया था। घटनास्थल पर सोनू और अपराधियों के बीच काफी देर तक बातें भी हुई थी। इस दौरान भरोसेमंद युवक भी मौजूद था। जिसने सोनू से पिस्टल लिया और गोली मार दी।
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रात में घर से बाहर निकलना कई सवालों को दे रहा जन्म
सोनू कम उम्र में लाटरी के कारोबार में काफी आगे बढ़ चुका था। जिससे वह एक लाटरी तस्कर की नजर पर चढ़ा हुआ था तो दूसरी ओर मु. राज द्वारा धमकी भी दी जा रही थी। जिस वजह से सोनू फूंक-फूंक कर कदम रखता था। ऐसा बताया जाता है कि वह दिन में भी किसी के बुलाने पर घर से बाहर नहीं जाता था। घटना के वक्त सोनू सुनसान जगह पर अकेला बाइक लेकर कैसे चला गया, किसने बुलाया था, यह अभी तक जांच का विषय बना हुआ है। बताया जाता है कि उसके ग्रुप में दो ही ऐसे लोग हैं जिसके बुलाने पर वह कहीं भी जा सकता था। जिसका पुलिस अब तक पता नहीं लगा पाई है।
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मोबाइल और पिस्टल नहीं हो पाया बरामद
पुलिस सोनू का मोबाइल अब तक बरामद नहीं कर पाई है और न ही घटना में इस्तेमाल किया गया पिस्टल बरामद हो पाया है। ऐसी चर्चा लोगों के बीच हो रही है कि सभी आरोपितों की गिरफ्तारी फौरन ही हो गई थी तो पिस्टल और मोबाइल क्यों नहीं बरामद हो पाया या फिर पुलिस पिस्टल और मोबाइल पर ध्यान नहीं दे रही है।
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कोट
घटना की हर पहलुओं पर पुलिस जांच कर रही है। मामले में नामजद आरोपितों की गिरफ्तारी कर ली गई है।
चंदन कुमार, थानाध्यक्ष, जमुई

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