15 माह बाद हुई बैठक, सदस्यों ने उठाए सवाल

संवाद सूत्र, प्रतापगंज (सुपौल) : प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रतापगंज में रोगी कल्याण समिति की बैठक मंगलवार को चिकित्सा प्रभारी हरेंद्र साहु की अध्यक्षता में हुई। बैठक के शुरू होते ही सदस्यों ने 15 महीने के बाद बैठक बुलाने पर सवाल खड़ा कर दिया। गत बैठक 9 मार्च 2021 को बुलाई गई थी जबकि प्रत्येक तीन माह पर बैठक बुलाने का प्राविधान है।

समिति के अध्यक्ष ने गत वर्ष की बैठक के बाद कोरोना संक्रमण का दौर शुरू हो जाने की वजह से बैठक नहीं बुला पाने का हवाला दिया। बैठक में मामला उस समय और उलझ गया जब गत बैठक में लिए गए प्रस्तावों के क्रियान्वयन के लिए पंजी देखी जा रही थी। सदस्यों का कहना है कि प्रस्ताव पंजी में लिखे गए प्रस्तावों के दो पन्नों को साट कर दूसरे पेज पर प्रस्तावों को बदलकर लिखा गया है। लिखावट भी अलग-अलग थी। इसे लेकर प्रमुख डेजी रानी सहित सभी सदस्यों नें अध्यक्ष के सामने सवालों का बौछार लगा दिया। सदस्यों का आरोप था कि सदस्यों की आम सहमति से लिए गए प्रस्तावों को क्यों बदला गया। आक्रोशित सदस्यों ने आरोप लगाया कि आरकेएस में मनमानी की जा रही है। इस मामले पर लगभग एक घंटे से अधिक समय तक बहस और जांच चलती रही। आखिरकार प्रमुख के हस्तक्षेप और समिति अध्यक्ष के इस आश्वासन के बाद कि ऐसी भूल की भविष्य में पुनरावृति नहीं होगी, तब सदस्यों का आक्रोश शांत हुआ। बैठक में सदस्यों ने पीएचसी को सीएससी का दर्जा नहीं मिलने, एंबुलेंस की जर्जरता, चिकित्सकों की कमी आदि विभिन्न समस्याओं पर सदस्यों ने चर्चा कर उचित दिशा में कदम उठाने का निर्णय लिया। बैठक में समिति के नए सचिव के रूप में डा. आनंद कुमार का चयन भी किया गया।

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