सदर अस्पताल में स्थानांतरित हुआ एनआरसी

जासं, शेखपुरा:

पांच वर्षों से अधिक समय से भटक रहे पोषण-पुनर्वास केंद्र (एनआरसी) को गुरुवार को स्थायी ठिकाना मिल गया। सदर अस्पताल के भवन में गुरुवार को इसको स्थानांतरित कर दिया गया। अब यह केंद्र स्थायी रूप से यहीं चलेगा। सिविल सर्जन डा पृथ्वीराज ने इसका उद्घाटन किया। इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग के कई अधिकारी भी शामिल हुए। इस केंद्र में कुपोषण के शिकार छोटे बच्चों का नि:शुल्क इलाज होता है। सिविल सर्जन ने बताया कि पहले यह केंद्र गिरिहिड़ा में चल रहा था। सदर अस्पताल आने से यहां चौबीस घंटे चिकित्सक की सुविधा मिलेगी। केंद्र में एक साथ 20 बच्चों को भर्ती करने की क्षमता है। कुपोषित बच्चों के इलाज और देखभाल के लिए यहां छह नर्सों को स्थायी रूप से तैनात किया गया है। भर्ती होने वाले बच्चों की माता के रहने की भी व्यवस्था की गई है। बीमार बच्चों के मनोरंजन के लिए केंद्र पर खेल घर भी स्थापित किया गया है। एक महीने से 59 महीने तक के वैसे बच्चे जो कुपोषण के शिकार हैं,उनको यहां 21 दिनों तक रखकर इलाज किया जाता है। बीमार बच्चे के साथ रहने वाली मां को भी दैनिक मजदूरी का रुपये दिया जाता है।

बरबीघा में अवैध क्लिनिको की भरमार, मरीजों के जान से खिलबाड़
संस,बरबीघा:
बरबीघा में इन दिनों अवैध क्लिनिको की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। ग्रामीण चिकित्सक मरीजों का इलाज करते देखे जा रहे हैं। कहीं एमबीबीएस मात्र की डिग्री पर डाक्टर मेजर सर्जरी अपने निजी क्लीनिक में कर रहे हैं। इलाके में कई मरीज ऐसे क्लिनिको में आपरेशन करा कर अपनी जान भी गवां रहे हैं। बड़ी से बड़ी घटना के उपरांत मोटी रकम लेन देन के साथ मामले को दबा दिया जाता है। थाना चौक पर स्थित एक क्लीनिक में कई मरीजों की मौत हो चुकी है।
ऐसे क्लिनिको में 70 से 100 वर्ग मीटर के कमरे में बिना एनेस्थीसियोलॉजिस्ट के निगरानी के लकड़ी के चौकी पर बड़े-बड़े आपरेशन किये जा रहे हैं। इतना ही नहीं, क्लिनिक के बाहर बड़े-बड़े सर्जन के नाम लिखकर मरीजों को भ्रमित भी किया जा रहा है। ऐसे अवैध क्लिनिको में दलालों की भी अहम भूमिका होती है। जबकि कई निजी नर्सिंग होम में ना तो एम एस सर्जन के हाथों मरीजों का ऑपरेशन किया जाता है और ना ही मरीजों को बेहतर ढंग से देखरेख हो रहा है। बिना आपरेशन थियेटर के फर्जी एमबीबीएस डिग्री के बूते कई क्लिनिक संचालित होने की बात सामने आती रही है। हाल ही में साकेत मोड़ पर आम आदमी क्लीनिक के नाम से संचालित क्लीनिक में एक महिला की मौत के बाद पकड़े गए चिकित्सक अजय कुमार की डिग्री फर्जी होने की भी बात सामने आ रही है। पशु अस्पताल के पास इसी तरह के अस्पताल में लगातार शिकायत मिलती है।

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