बेलही में पांच वर्षों में 1.4 करोड़ खर्च, नहीं मिला शुद्ध पेयजल

संवाद सूत्र, मरौना (सुपौल) : लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग द्वारा स्थापित हर घर नल का जल निश्चय योजना का ग्राम सभा सह जन सुनवाई को लेकर मुखिया, सभी पंप चालक, सभी वार्ड सदस्य व जिला से आए पांच सदस्यीय टीम के साथ सोमवार को पंचायत भवन बेलही में एक बैठक आयोजित की गई। जिला से आए पांच सदस्यीय टीम ने बेलही पंचायत के 12 वार्डों में घर-घर जाकर जल नल कनेक्शन से लेकर पानी की गुणवत्ता, पानी की सप्लाई, पाईप से लेकर लगाए गए टोटी, फर्जी कनेक्शन में डबल नाम आदि से संबंधित जांच रिपोर्ट बारी-बारी से पढ़ना शुरू किया। जब जांच रिपोर्ट पढ़ना शुरू किया तो वार्ड सदस्यों के द्वारा बीच-बीच में टोकाटाकी शुरू हो गई। जब वार्ड नंबर 3,4,5,6 और 7 की जांच रिपोर्ट पढ़ी जा रही थी तो कई खामियां उजागर दिखाई दी। इसमें एक व्यक्ति के नाम से पानी का कनेक्शन है लेकिन पंप चालक ने पुन: उसी व्यक्ति का नाम दूसरे जगह अंकित कर दिया। यानी वार्ड नंबर 3, 4,5,6 और 7 में सैकड़ों लोगों का नाम फर्जी तरीके से पंप चालक के द्वारा जोड़ दिया गया है। इतना ही नहीं वार्ड नंबर 3,4,5,6,7 के लोगों को जब से जलमीनार चालू हुई है तब से लेकर आज तक एक बूंद शुद्ध पानी नहीं मिला है। यह बात जांच रिपोर्ट से गायब थी। जांच टीम उक्त पांच वार्ड के घर-घर जाकर लोगों से पूछताछ की थी और लोगों ने जांच टीम को बताया था कि पानी की सप्लाई तो की जाती है परंतु पानी पीने लायक नहीं होता है। कभी साफ तो कभी कीचड़युक्त तो कभी पीला पानी आता है। जब जांच टीम के द्वारा विगत पांच वर्षों में एक करोड़ चार लाख रुपये खर्च दिखाया गया तो उपस्थित वार्ड सदस्य और आम जनता भड़क गए और हो हंगामा करने लगे। लोगों का कहना था कि उक्त पांच वार्ड के लोगों को आज तक एक बूंद शुद्ध पानी नहीं मिला और एक करोड़ चार लाख इस जलमीनार पर खर्च हो गया। एक व्यक्ति के कनेक्शन के बदले में दूसरी सूची में पुन: उस व्यक्ति का नाम जोड़ देना, आदि बातों को लेकर आधा घंटा तक भारी हो हंगामा होता रहा। हो हंगामे के बीच मुखिया अरुण कुमार मंडल सदस्य और आम जनता को शांत रहने के लिए कहते रहे लेकिन वार्ड नंबर 03 से लेकर 7 तक यानी पांच वार्ड के वार्ड सदस्य और आम जनता बैठक से उठ कर चले गए।


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