कैंपस- विशेष परीक्षा से सुलझेगा आनुषंगिक विषयों पर फंसा पेंच

जागरण संवाददाता, पूर्णिया। पूर्णिया विश्वविद्यालय की विद्वत परिषद की वर्चुअल बैठक मंगलवार को कुलपति प्रो. राजनाथ यादव की अध्यक्षता में संपन्न हुई । बैठक में गत 24 मई को 10 वीं विद्वत परिषद की बैठक में लिए गए निर्णय की संपुष्टि एवं अनुमोदन प्रदान की गई । वैसे बैठक का मुख्य उद्देश्य सत्र 2019-22 में नामांकित छात्र-छात्राओं जिनका नामांकन गैर संबंधन विषयों में विभिन्न महाविद्यालयों में किया गया था, उसके समाधान को लेकर था । पूर्व में ऐसे छात्र-छात्राओं के प्रतिष्ठा विषयों का परिवर्तन एवं स्थानांतरण तो कर दिया गया था, लेकिन उनके आनुषंगिक विषयों पर विचार नहीं किया जा सका था ।


सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि ऐसे छात्र-छात्राओं की समस्याओं को संबंधित प्रधानाचार्य अपने स्तर पर एकत्रित कर व छात्र-छात्राओं की आनुषंगिक विषयों में अपेक्षित सुधार कर सूची विशेष दूत के माध्यम से विश्वविद्यालय परीक्षा विभाग में सुधार के लिए अविलंब भेजेंगे। साथ ही उनकी विशेष परीक्षा भी शीघ्र आयोजित करने का निर्णय लिया गया।
एक भी छात्र होने पर होगा कक्षा का संचालन
कुलपति ने पुन: ग्रीष्मावकाश में कक्षाओं के सुचारू संचालन की अपनी प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने कक्षाओं के सुचारू संचालन के लिए स्नातकोत्तर विभागों के अध्यक्ष एवं महाविद्यालयों के प्रधानाचार्यों से छात्र-छात्राओं को कक्षा में आने को प्रेरित करने का आह्वान किया । इसके लिए महाविद्यालयों में सघन अभियान चलाए जाने की आवश्यकता दुहराई । उन्होंने कहा कि कक्षा में एक छात्र के होने पर भी कक्षा का संचालन करें । विभागों एवं महाविद्यालयों में कक्षाएं नियमित हों, इसका ध्यान रखें ।
बैठक में संकायाध्यक्ष मानविकी प्रो. बीरेंद्र नाथ झा, संकायाध्यक्ष, विज्ञान प्रो. अंजनी कुमार मिश्रा, संकायाध्यक्ष, सामाजिक विज्ञान-सह-अध्यक्ष, छात्र कल्याण प्रो. मरगूब आलम, संकायाध्यक्ष, वाणिज्य प्रो. जवाहर लाल राय के अतिरिक्त भौतिकी, रसायन शास्त्र, जंतु विज्ञान, गणित, अर्थशास्त्र, भूगोल, इतिहास, मनोविज्ञान, गृहविज्ञान, समाजशास्त्र, अंग्रेजी, हिदी, संस्कृत, उर्दू, दर्शनशास्त्र आदि स्नातकोत्तर विभागों के विभागाध्यक्ष एवं अंगीभूत एवं संबद्ध महाविद्यालयों के प्राचार्य उपस्थित थे । मैथिली, वनस्पति विज्ञान, राजनीति शास्त्र एवं वाणिज्य विभागों का प्रतिनिधित्व संकायाध्यक्षों ने किया । इसके अतिरिक्त कुलसचिव डा.घनश्याम राय एवं परीक्षा नियंत्रक डा. विनय कुमार सिंह के साथ-साथ गुरूकुल कांगरी विश्वविद्यालय, हरिद्वार (उत्तराखंड) के पूर्व विज्ञान संकायाध्यक्ष एवं व‌र्त्तमान में एस.जी.टी. विश्वविद्यालय, गुरूगांव के शोध विकास संस्थान के निदेशक प्रो. आर.डी.कौशिक भी मौजूद रहे । इससे पूर्व अध्यक्ष, छात्र कल्याण प्रो. मरगूब आलम ने विद्वत परिषद मे सम्मिलित सदस्यों का स्वागत किया एवं कुलसचिव डा. घनश्याम राय ने धन्यवाद ज्ञापित किया ।

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