सरकारी अनाज की हो रही खरीद-बिक्री, नहीं होती जांच

संवाद सूत्र, सरायगढ़ (सुपौल) : सरायगढ़ भपटियाही प्रखंड क्षेत्र में नेशनल हाईवे के किनारे जगह-जगह सरकारी अनाज की खुलेआम खरीद-बिक्री हो रही है। लाइसेंस की आड़ में कई अनाज व्यापारी जन वितरण दुकान में मिलने वाले चावल तथा गेहूं को दूर-दूर से मंगा कर बड़ी बड़ी मंडियों में भेज रहे हैं। नेशनल हाईवे के किनारे झाझा गांव से लेकर पिपराखुर्द तक और फिर भपटियाही बाजार और उसके आसपास कई लोग सरकारी अनाज को खरीदने तथा उसे बेचने का काम करते हैं। इसमें उनलोगों को काफी मुनाफा होता है। जन वितरण दुकान से लाभुक अनाज का उठाव कर सीधे दुकान तक पहुंचते हैं जहां वह सभी अनाज को बेच देते हैं। जानकारी अनुसार बहुत कम ही ऐसे लाभुक हैं जो अनाज खासकर चावल अपने अपने घर ले जाते हैं। जन वितरण दुकान में बीते कुछ माह से उसना चावल भी दिया जाने लगा है लेकिन अभी भी कई दुकान में अरवा चावल वितरण किया जाता है। अरवा चावल खाने से लोग कतराते हैं और उसी कारण उसको व्यापारियों के हाथ भेज दिया करते हैं।


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व्यापारियों की दूर-दूर तक है पहुंच
अनाज के कारोबार में लगे कई व्यापारियों की दूर-दूर तक पहुंच है। जानकारी अनुसार मधुबनी, दरभंगा जिले की कई जगहों से बड़े-बड़े वाहन में अनाज व्यापारियों के पास पहुंचता है। वह अनाज कहां खरीदा जाता है जो सरायगढ़ भपटियाही के व्यापारी के हाथ बेचा जाता है इस बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है। कई लोगों का कहना है कि रात के समय तथा सुबह में सवेरे-सवेरे ट्रैक्टर टेंपो और छोटे-छोटे ट्रक से जन वितरण दुकान में मिलने वाला गेहूं तथा चावल को लेकर अनाज के कारोबारी सरायगढ़ में आकर उसे बेचते हैं। जानकारी अनुसार अनाज सीधे जन वितरण विक्रेता के यहां से व्यापारियों के यहां पहुंच जाता है। जानकारी अनुसार कई जगह पर जन वितरण विक्रेता लोगों को दिए जाने वाला अनाज कुछ पैसे देकर अपनी ही दुकान पर खरीद लेते हैं और फिर उसे व्यापारियों के हाथ बेच देते हैं।
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नहीं हो रही जांच
अनाज के अवैध कारोबार में लगे लोगों की जांच नहीं होने से इनके हौसले बुलंद हैं और वह बिना लाइसेंस के हैं लाखों लाख रुपये के अनाज का कारोबार करते हैं। जिन लोगों के पास लाइसेंस है अभी उसे सरकारी अनाज खरीदने का कहीं से भी अधिकार नहीं दिया गया है। बिना लाइसेंस का अनाज का कारोबार और उसने भी सरकारी अनाज की खरीद-बिक्री प्रशासनिक उदासीनता को दिखाता है। प्रखंड क्षेत्र के जानकारों का कहना है कि यदि नेशनल हाईवे और उसके आसपास के गोदामों की जांच की जाए तो उसमें भारी मात्रा में सरकारी अनाज मिलेगा।

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