राजस्व कर्मचारी ही दे रहे भूमि विवाद को जन्म

- जमाबंदी में छेड़छाड़ कर अनधिकृत रूप से जोड़े जा रहे हैं नाम

- मलयपुर राजस्व हल्का का मामला
- पीड़ित पक्ष ने डीएम से की शिकायत
- डीसीएलआर ने कहा-की जा रही जांच
संवाद सहयोगी, जमुई : भूमि विवाद कम करने के लिए सरकार हर संभव प्रयासरत है। इसके विपरीत जमुई में राजस्व कर्मचारी ही भूमि विवाद को जन्म देने पर तुले हैं। ताजा मामला बरहट अंचल अंतर्गत मलयपुर राजस्व हल्का से जुड़ा है। पीड़ित पक्ष ने डीएम से शिकायत की है। डीसीएलआर ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। दोषी पाए जाने पर संबंधित राजस्व कर्मचारी पर कार्रवाई की जाएगी, लेकिन लाख टके का सवाल है कि जिन पर जमीन का कागजात संभाल कर रखने की जिम्मेदारी है वे ही अगर ऐसा करें तो फिर भूमि विवाद के मामलों को कम करने का राज्य सरकार के मिशन का क्या होगा। इधर, राजस्व कर्मचारी के कारनामे से तनातनी की स्थिति बन गई है।

-------
एक माह में ही जमाबंदी में जुड़ गया बीसो साव का नाम
जमाबंदी में छेड़छाड़ का आलम यह है कि जिस जमाबंदी में एक माह पूर्व रैयत का नाम सिर्फ कारू साव बताया गया, उसी जमाबंदी में अब बीसो साव का भी नाम जुड़ गया। नरसोता मौजा के जमाबंदी संख्या 23 की 32 डिसमील जमीन धर्मेंद्र सिंह ने कारू साव के वंशज अशोक साव व अन्य हिस्सेदारों से क्रय किया था। उन्होंने आनलाइन दाखिल-खारिज के लिए आवेदन 19 अप्रैल 2022 को दिया। संबंधित कर्मचारी राजीव कुमार ने जांचोपरांत 21 मई को दाखिल-खारिज की अनुशंसा भी की। इसके बाद व्हाइटनर लगाकर जमाबंदी में बीसो साव का नाम जोड़ दिया। इसके पहले एक रिपोर्ट बीते वर्ष तीन अगस्त को जिला अवर निबंधन कार्यालय को भी प्रेषित किया गया था। उस रिपोर्ट में भी जमाबंदी के अनुसार कारू साव को ही रैयत बताया गया था। पीड़ित धर्मेंद्र सिंह ने जिलाधिकारी से शिकायत कर जांच की मांग की है।
---------
रामानंद के नाम कर दी तारणी सिंह की जमाबंदी
राजस्व कर्मचारी राजीव कुमार की जमाबंदी में छेड़छाड़ की शिकायतें और भी है। छेड़छाड़ के एक मामले में तो उन्होंने सारी हदें ही पार कर दी। यहां तारणी सिंह को जमाबंदी से गायब कर दिया और उनकी जगह रामानंद सिंह को जमीन का मालिक बना दिया। इसको लेकर मलयपुर के सेवानिवृत्त प्रो. अनिल कुमार सिंह ने जमाबंदी संख्या 806 में छेड़छाड़ की शिकायत की है। उन्होंने जिलाधिकारी को प्रेषित पत्र में कहा है कि राजस्व कर्मचारी राजीव कुमार द्वारा व्हाइटनर से तारणी सिंह का नाम मिटा कर रामानंद सिंह का नाम अंकित कर दिया।
---------
कोट
शिकायत पत्र के आलोक में मामले की जांच की जा रही है। दोषी पाए जाने पर मलयपुर के राजस्व कर्मचारी राजीव कुमार पर कार्रवाई की जाएगी।
भारती राज, डीसीएलआर, जमुई

अन्य समाचार