श्राद्ध कर्म के मौके पर होने वाले भोज का किया बहिष्कार

संवाद सूत्र, पुरैनी (मधेपुरा)। गणेशपुर पंचायत के डुमरैल में ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से मृत्यु भोज का बहिष्कार किया है। साथ ही साथ ही सर्वसम्मति से यह भी निर्णय लिया गया कि उक्त निर्णय के पश्चात अगर किसी भी व्यक्ति द्वारा श्राद्ध कर्म के मौके पर पिछले प्रथा के अनुसार किए जाने वाले भोज का अगर आयोजन किया जाता है तो भोज में कोई भी ग्रामीण शामिल नहीं होगा।

मालूम हो कि स्थानीय विधायक नरेंद्र नारायण यादव के निजी सचिव डुमरैल निवासी पुलेंदु कुमार की माता का बीते दिनों निधन हो गया। उनके निधन पर सामाजिक स्तर से पुराने सामाजिक कुरीति के अनुसार श्राद्ध कर्म के मौके पर होने वाले चार दिन के भोज का बहिष्कार श्राद्ध कर्म के अंतिम दिन एकमात्र शांति भोज आयोजन करने का निर्णय लिया गया। इसको लेकर सामाजिक स्तर से प्रखंड जदयू अध्यक्ष शैलेंद्र कुमार की अध्यक्षता में स्थानीय शिक्षाविद व बुद्धिजीवियों की एक बैठक आयोजित की गयी। बैठक की अध्यक्षता करते हुए शैलेंद्र कुमार ने कहा कि श्राद्ध कर्म के मौके पर पुरानी परंपरा के अनुसार चार दिन तक होने वाला भोज समाज के हर वर्ग को आर्थिक रूप से कमजोर कर देता है। इसलिए इस समाजिक कुरीति पर प्रतिबंध लगना अति आवश्यक है। पूर्व जिप सदस्य प्रतिनिधि मनोज यादव ने कहा कि श्राद्ध कर्म के भोज पर अनावश्यक होने वाले खर्च को अगर हम सभी अपने बच्चों के शिक्षा पर खर्च करें तो परिवारिक सुख समृद्धि बढ़ने के साथ-साथ समाजिक विकास भी होगा। बैठक में शिक्षक निरोद कुमार, प्रो. ओमप्रकाश यादव, विजेंद्र कुमार,सोने लाल यादव, बलराम ठाकुर, अंजन यादव, ज्योति साह, अरुण कुमार, चंद्रदेव ठाकुर, प्रवीण कुमार, रामानंद ठाकुर, शंकर ठाकुर, विमल कुमार, वीरेंद्र यादव, यतींद्र कुमार यादव आदि थे।
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