राशि का उठाव कर नलकूपों की मरम्मत नहीं कराने वाले मुखिया पर होगी प्राथमिकी : प्रधान सचिव



जासं,सिवान: जिला परिषद स्थित सभाकक्ष में गुरुवार को लघु जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव सह प्रभारी सचिव परमार रवि मनुभाई ने राजकीय नलकूपों के सफल संचालन के लिए ग्राम पंचायतों के मुखिया, पंचायत सचिव एवं विभागीय अभियंताओं के साथ एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम में भाग लिया। कार्यक्रम का आयोजन जिला परिषद सभागार में किया गया। जिलाधिकारी अमित कुमार पांडेय द्वारा बैठक में उपस्थित सभी पदाधिकारियों , मुखिया ,पंचायत सचिव आदि का स्वागत कर राजकीय नलकूप परियोजना का उद्देश्य संबंधी कार्यों की विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराई गई। प्रधान सचिव ने कहा कि राशि के उठाव करने के बाद नलकूपों का मरम्मत नहीं कराने वाले मुखियाओं पर एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। कहा कि सभी राजकीय नलकूपों का संचालन एवं रखरखाव अब केवल पंचायतों के माध्यम से किया जाएगा। सभी राजकीय नलकूप पंचायत को सौंप दिया जाएगा। जो योजनाएं चालू हैं उन्हें पंचायत संचालित करेगी तथा जो योजनाएं बंद हैं उनकी मरम्मती कराकर संचालित करेंगी। बताया कि बिजली बिल का भुगतान पंचायत द्वारा किया जाएगा। पंचायत स्वयं किसी भी संवेदक अथवा विभाग द्वारा बनाए गए संवेदक के पैनल में से किसी भी संवेदक को ये कार्य दे सकती हैं। पंचायत संवेदक तय करने के पश्चात प्रमंडलीय कार्यपालक अभियंता की निगरानी में कार्य आरंभ करेगी एवं उनके द्वारा दिए गए दिशा निर्देश के अनुरूप उक्त कार्य को संपन्न कराएगी।

योजना की बिदुवार हुई समीक्षा
प्रभारी सचिव द्वारा योजनाओं की बिदुवार समीक्षा भी की गई। जहां बताया गया कि जिले में कुल नलकूपों की संख्या 247 हैं इसमें कुल 72 नलकूप कार्यरत हैं। 175 नलकूप यांत्रिक/विद्युत और दोनों की खराबी के कारण बंद हैं। जुलाई 1 से 15 अगस्त तक सभी कनीय अभियंताओं को निर्देश दिया गया की सभी नलकूपों का भौतिक निरीक्षण करें तथा बंद नलकूपों का डीपीआर विभाग को भेजे। प्रभारी सचिव द्वारा बताया गया की 175 बंद नलकूपों में 84 बंद नलकूपों की प्रशासनिक स्वीकृति दी जा चुकी हैं। उनके द्वारा नलकूपों पर अतिक्रमण हटाने हेतु अंचलाधिकारी से समन्वय स्थापित करने का निर्देश दिया गया। सभी मुखिया को व्यय की गई राशि के विरुद्ध ससमय उपयोगिता प्रमाण पत्र भेजने हेतु निर्देशित किया गया ताकि अगले किश्त की राशि उपलब्ध कराई जा सके।
विकास कार्यो से संबंधित हुई समीक्षात्मक बैठक
समाहरणालय सभागार में जिला स्तरीय पदाधिकारियों के साथ जिले में विकास कार्यों से संबंधित समीक्षात्मक बैठक की गई। मुख्य सचिव एवं जिला पदाधिकारी के कार्यालय आदेशों के आलोक में जिला अंतर्गत प्रखंडों के विभिन्न पंचायतों में चल रहे कल्याणकारी योजनाओं में कुल 259(92प्रतिशत) पंचायतों की समीक्षा की जा चुकी हैं एवं 4303 योजनों का निरीक्षण किया जा चुका है। प्रभारी सचिव द्वारा हुसैनगंज प्रखंड की चांप पंचायत में लघु सिचाई संबंधित नलकूप योजना का भौतिक निरीक्षण किया गया एवं आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। मौके पर अपर समाहर्ता रमन कुमार सिन्हा, डीडीसी दीपक सिंह, जिला पंचायत राज पदाधिकारी राज कुमार गुप्ता, सदर एसडीओ रामबाबू बैठा, महाराजगंज एसडीओ संजय कुमार, वरीय उप समाहर्ता मनीषा कुमारी, लघु जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता आलोक कुमार सिंह मौजूद रहे।
खराब पड़े नलकूपों को ठीक करने के लिए जेई बनाएंगे प्राक्कलन
जागरूकता कार्यक्रम के दौरान प्रधान सचिव ने निर्देश दिया कि खराब पड़े नलकूपों को ठीक करने के लिए जेई प्रक्कलन तैयार करेंगे। इसके बाद विभागीय प्रक्रिया पूरा करते हुए नलकूपों की मरम्मत कार्य शुरू कराई जाएगी। सरकार की कोशिश है कि किसानों को आमदनी दोगुनी की जाएगी। इसके लिए हर खेत तक पानी पहुंचाना होगा। पटवन का शुल्क तय करने के बिदु पर उन्होंने निर्देश दिया कि सभी संबंधित मुखिया आम सभा के बैठक कर दर तय करेंगे। पंचायत को सिचाई का पटवन शुल्क स्वयं वसूलने का अधिकार होगा। पटवन शुल्क का दर निर्धारित कर सकती है। उन्होंने सभी मुखिया और पंचायत सचिवों से अपील किया कि सभी खेतों तक नलकूपों से पानी पहुंचाए। इस दिशा में आवश्यक कार्य करें।
मुखियाओं ने अपनी समस्याएं रखीं
मुखियाओं ने अपनी-अपनी पंचायतों की समस्या को प्रमुखता से रखा। किसी ने ट्यूबवेल खराब होने की बात कही तो किसी ने नाला टूट होने के संबंध में जानकारी दी। कई मुखियाओं ने कहा कि मोटर खराब होने से पानी का सप्लाई ठप है। मुखियाओं ने कहा कि अगर ट्यूबवेल ठीक कराया जाता है तो किसानों को महंगे दर पर पानी पटवन के लिए खरीदना नहीं पड़ेगा।

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