कोसी के जलस्तर में गिरावट आने से निचले इलाकों की स्थिति खराब

संसू, महिषी (सहरसा): कोसी का जलस्तर घटकर एक लाख क्यूसेक से नीचे आने के बाद भी तटबंध के भीतर निचले इलाकों में रह रहे लोगों को राहत नहीं मिल सकी है।

जानकारी के अनुसार, कोसी नदी में पानी का बहाव कम हुआ है। बाढ़ग्रस्त झाड़ा पंचायत, बघवा के निचले इलाका सहित बीरगांव, कुंदह में कई गांव में बाढ़ के पानी से यातायात प्रभावित है।
झाड़ा के विपिन पासवान ,दिलीप पासवान ने बताया कि झाड़ा पंचायत के अधिकांश इलाकों में बाढ़ का पानी फैल चुका है। जिस कारण पंचायत के लगभग सभी मुख्य सड़क पर बाढ़ का पानी बह रहा है। अबतक अंचल प्रशासन द्वारा सरकारी नाव का परिचालन शुरू नहीं किया गया है। जिससे आम लोगों को निजी छोटी नाव के सहारे यातायात करना पड़ रहा है। बीरगांव पंचायत के नया टोला, ठाकुर टोला, अमाही,कौआखोन,सोहरवा ,तरही सहित कई गांवों का अपने मुख्य सड़क से संपर्क कट चुका है। जबकि आरापट्टी के खोजराहा, मजरही, रामपुर भरना में भी बाढ़ के पानी फैलने से यातायात की समस्या बनीं हुई है। महिषी दक्षिणी पंचायत के कोठिया के मोहन बिद ,सिकंदर बिद सहित अन्य ने बताया कि कोसी के जलस्तर में गिरावट आने से कोठिया गांव के समीप लगे कटाव के कारण किसानों के उपजाऊ भूमि कोसी में समा रहा है।

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कोसी नदी के जलस्तर में आई गिरावट
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संसू, नवहट्टा (सहरसा): कोसी नदी के जलस्तर में दो दिनों से गिरावट दर्ज की जा रही है। वीरपुर बराज पर मंगलवार को एक लाख 16 हजार जलस्त्राव रहा। बुधवार को 93 हजार क्यूसेक दर्ज किया गया। गुरुवार की दोपहर 12:00 बजे तक जलस्त्राव नीचे गिर कर 86 हजार क्यूसेक पर पहुंच गया। कार्यपालक अभियंता धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि स्थिति सामान्य बनीं हुई है। तटबंध के प्रत्येक बिदु पर अभियंता तैनात हैं। बाद संघर्षात्मक बल के अध्यक्ष द्वारा तटबंध की मानिटरिग की जा रही है ।

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