आम तोड़ने के विवाद में घायल धीरेंद्र सिंह की इलाज के दौरान मौत

जागरण संवाददाता, खगड़िया : भूमि विवाद और आम तोड़ने के झंझट को लेकर बात पंचायत तक पहुंच जाती तो धीरेंद्र सिंह की जान बच जाती। एक सप्ताह पहले आम तोड़ने को लेकर जमकर मारपीट की घटना घटी। जिसमें एक पक्ष के अमर सिंह और दूसरे पक्ष के धीरेंद्र सिंह गंभीर रूप से जख्मी हो गए। धीरेंद्र सिंह को बेहतर उपचार हेतु जहां बेगूसराय रेफर किया गया था, वहीं अमर सिंह का भी अन्यत्र इलाज चल रहा है। गंगौर गांव के धीरेंद्र सिंह की मौत बेगूसराय के एक निजी अस्पताल में शुक्रवार को हो गई। पुलिस द्वारा पहले ही दोनों पक्षों के आवेदन पर केस दर्ज किया गया था। एक पक्ष के धर्मेंद्र सिंह के बयान पर अमर सिंह समेत पांच को आरोपित किया गया। जबकि दूसरे पक्ष के विशाल सिंह के बयान पर सौरभ सिंह समेत आठ को आरोपित किया गया। इधर, ग्रामीण सूत्रों की माने तो मुखिया पति राजीव सिंह उर्फ भोली सिंह समेत कई लोग मिल बैठकर निदान करने का प्रयास किया था। मगर पंचायत तक मामला नहीं पहुंचा और यह घटना हो गई। एक पक्ष के धीरेंद्र सिंह की मौत हो गई। मृतक के स्वजनों के बीच कोहराम मच गया। एसपी अमितेश कुमार ने बताया कि आरोपितों की अविलंब गिरफ्तारी को लेकर कारगर कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। देर रात गंगौर ओपी का किया गया घेराव



शुक्रवार की देर रात गंगौर गांव शव पहुंचते ही स्वजन आक्रोशित हो उठे। कई महिला और युवकों ने थाना पहुंच कर हंगामा किया। पुलिस प्रशासन पर कई आरोप लगाए गए हैं। स्वजनों का कहना हुआ कि ससमय केस दर्ज के लिए अर्जी नहीं ली गई और भगा दिया गया। जबकि ओपी अध्यक्ष राजीव रंजन का कहना हुआ कि ओपी में सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। यदि कोई अर्जी देने आया होगा तो सीसीटीवी से स्पष्ट हो जाएगा। कुछ लोगों का कहना हुआ कि देर रात थाना पर हंगामा मामले में दो तीन असामाजिक तत्वों का मोबाइल लोकेशन शुक्रवार की देर रात का लिया जाए, तो हंगामा के पीछे का सच सामने आ सकता है। इधर, एसपी अमितेश कुमार ने बताया कि पूरे प्रकरण पर जांच रिपोर्ट आने पर संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की प्रक्रिया अपनाई जाएगी।

अन्य समाचार