ग्रामीण महिलाएं तैयार करेंगी आर्टिफिशियल ज्वेलरी, नाबार्ड दे रही ट्रेनिग

जागरण संवाददाता, पूर्णिया : पूर्णिया पूर्व प्रखंड अंतर्गत हरदा में ग्रामीण महिलाएं अब आर्टिफिशियल ज्वेलरी तैयार करेंगी। ये महिलाएं अब अपने पैरों पर खड़ा हो सकेंगी। उद्यमिता विकास कार्यक्रम के तहत एसएचजी से जुड़ी 90 महिलओं को जिले के हरदा में नाबार्ड ने आर्टिफिशियल ज्वेलरी निर्माण का प्रशिक्षण देना शुरू किया है। विशेषज्ञ 15 दिनों की ट्रेनिग उन्हें देंगे। प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ सोमवार को नाबार्ड के डीडीएम, अग्रणी बैंक प्रबंधक, आरसेटी निदेशक एवं जिला केंद्रीय सहकारी बैंक के अध्यक्ष ने संयुक्त रूप से किया।


प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्घाटन के अवसर पर नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक अमित कुमार ने इस प्रशिक्षण के मुख्य उद्देश्य पर चर्चा करते हुए बताया कि ग्रामीण महिलाओं में हुनर का विकास कर उन्हें सफल उद्यमी बनाना है। जिससे वे अपने पारिवारिक दायित्वों को पूरा करते हुए स्वरोजगार के माध्यम से एक वैकल्पिक आय का स्त्रोत स्थापित कर सकेंगे। बताया कि 30-30 महिलाओं का ग्रुप बनाकर उन्हें 15 दिनों तक आर्टिफिशियल ज्वेलरी बनाने की बारीकियों को बताया जाएगा। उन्होने बताया कि नाबार्ड की सहायता से पूर्व में हरदा की ही सौ से अधिक महिलाओं को विभिन्न कुटीर उद्योगों का प्रशिक्षण देकर उन्हें रोजगार के लिए बैंक ऋण की व्यवस्था भी कराई गई है।
उद्घाटन अवसर पर जिला अग्रणी प्रबंधक रविशंकर सिन्हा ने महिलाओं को इस नई शुरुआत के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा कि नाबार्ड द्वारा आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का पूरा लाभ उठाएं और स्वरोजगार अपनाकर आत्मनिर्भर बनें। मौके पर निदेशक आरसेटी ने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को सफल उद्यमी बनने के गुर बताए साथ ही आरसेटी द्वारा चलाये जा रहे प्रशिक्षण कार्यक्रमों की भी जानकारी दी। पूर्णिया जिला केंद्रीय सहकारी बैंक के अध्यक्ष हीरा प्रसाद सिंह ने महिलाओं को आश्वस्त किया कि प्रशिक्षण की सफल समाप्ति पर इच्छुक महिलाओं को बैंक ऋण उपलब्ध कराया जाएगा। कार्यक्रम का संचालन मुख्य कार्यकारी पदाधिकारी आरडीएमओ ने किया।

अन्य समाचार