वर्षा से किसानों के चेहरे पर लौटाई खुशी

जागरण टीम, पूर्णिया : मंगलवार सुबह से हो रही वर्षा से एक ओर किसानों में खुशी है। वहीं लगातार हो रही वर्षा से लोगो का घरों से निकलना मुश्किल हो गया। मंगलवार सुबह से जारी वर्षा जो लगातार जारी है। जिससे किसान जिसका धान का बिचड़ा तपती धूप से झुलस गया था। पानी बरसने से बिचड़ा हरा और उसमें वृद्धि होने से किसान खुश है। वहीं जिस किसान का बिचड़ा तैयार है वैसे किसान रोपनी हेतु खेत तैयारी करने में लग गये। वहीं वर्षा से पाट की फसल में भी फायदा देख किसान खुश है। वहीं लगातार वर्षा होने के कारण मजदूर मजदूरी करने नहीं जा सका । वर्षा से लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है । बीकोठी प्रखंड मुख्यालय स्थित मुख्य बाजार दुर्गा स्थान चौक हाट होते हुए अस्पताल सड़क किनारे रहने वाले लोगों का जीवन वर्तमान समय में नारकीय हो गया है। क्योंकि हाट में बने नाला पूर्ण रूप से ध्वस्त हो गया है। वर्षा के पानी के साथ-साथ ध्वस्त नाले की पानी भी निकल कर सड़क व हाट में फैल जाती है जिससे काफी दुर्गंध भी करती है। मालूम हो कि बड़हरा कोठी प्रखंड मुख्यालय स्थित हाट में बाजार के अलावे बासुदेव पुर, हरीराही, कोठी टोला, सहवांन खुट, सभागाछी, सुखसेना, भटोत्तर,परसा सहित दर्जनों गांवों के लोग रोजमर्रे का सामान खरीद बिक्री के लिए नित्य दिन हाट आते है। हाट में जल जमाव की स्थिति पिछले तीन सालों से है। पूर्णिया पूर्व में वर्षा के अच्छे आसार देख किसान उत्साहित है। वहीं दिनभर उमड़-घुमड़ रहे बादलों ने जोरदार वर्षा की। जहां धान के पौधे खेतों में लहरा रही है वहीं ऊपरी इलाके के खेतों में धान की रोपनी में किसान लगे हुए हैं। रजीगंज के किसान अशोक मंडल कहते हैं,कि बारिश के पानी से धान की फसल संभल गई वरना सभी खेतों में पानी दे पाना संभव नही हो पा रहा था। वहीं मोतीनगर के किसान सुरेश मेहता,विनय साह कहते हैं कि धान की नर्सरी तो डाल रखा था लेकिन बीते दो-तीन सालों में सूखे के चलते हुई फसल की बर्बादी को सोचकर डर लग रहा था। इस बार जिस तरह से वर्षा हो रही है उम्मीद है कि फसल अच्छी होगी। वहीं कृषि सलाहकार संजीव कुमार का कहना है कि जिले की मुख्य खेती धान है और धान की फसल के लिए यह वर्षा काफी लाभप्रद है।

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केनगर में वर्षा से प्रखंड क्षेत्र में मौसम सुहाना हो गया है। वर्षा से जहां लोगों को भीषण गर्मी से राहत पहुंचीं है। एक हीं बार धान रोपनी प्रारंभ होने से मजदूरों की मांग बढ़ गई है। धान रोपनी में लगे मजदूर भी अपनी मजदूरी बढ़ा ली है। वर्षा से लोगों को गर्मी से राहत एवं किसानों को धान रोपनी में मदद तो मिल रही है परंतु दूसरी तरफ प्रखंड क्षेत्र के कई सड़कों पर जल जमाव एवं कच्ची सड़कें कीचड़मय हो गई है। चंपानगर बाजार के मुख्य सड़क पर लोगों को ठेहूंने से घुठने भर पानी होकर पार करना पड़ रहा है। लोगों द्वारा जल जमाव वाले स्थान को पैदल पार करते समय अगर कोई वाहन पार करने लगता है तो मुश्किलें और भी बढ़ जाती है। धमदाहा में वर्षा से गली मोहल्लों में हुए जल-जमाव से लोगों को आवागमन में परेशानी भी हुई हैं। पूरे दिन हो रहे वर्षा से लोगों को अपने घर से भी निकलने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। वहीं धमदाहा प्रखंड क्षेत्र में बनाए गए विभिन्न बीए पार्ट वन परीक्षा के लिए बनाए गए परीक्षा केंद्रों पर दूरदराज के इलाकों से भींगकर परीक्षार्थी पहुंच रहे हैं। जो दूर दराज के इलाकों से सरकारी डिग्री कालेज संझाघाट, डिग्री कालेज धमदाहा में आयोजित परीक्षा केंद्रों पर भीगकर पहुंचे।

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