मौसमी बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं लोग, अस्पताल में बढ़ी भीड़

संसू, नवहट्टा (सहरसा): मौसम के उतार-चढ़ाव की वजह से मौसमी बीमारियों से ग्रसित होने वाले लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। पिछले एक सप्ताह से मौसम जनित बीमारियों से ग्रसित रोगियों की संख्या में दोगुना का इजाफा हुआ है। सबसे अधिक सर्दी, खांसी, बुखार, पेट रोग आदि बीमारियों की चपेट में लोग आ रहे हैं। एक सप्ताह में करीब पांच सौ से अधिक मरीज नवहट्टा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के ओपीडी में अपना इलाज करा चुके हैं। गुरुवार को नवहट्टा , बकुनियां , साहपुर एवं चन्द्रायण में 183 मरीज दोपहर तक इलाज कराने पहुंचे थे। शहर के अन्य निजी क्लिनिक व अस्पतालों में चिकित्सकों के पास मरीजों का तांता लगा हुआ है। पंजीकरण काउंटर पर पर्चा कटवाने को लोग लाइन में लगी रहती है।


--- पीलिया व डायरिया के बढ़े मरीज
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मौसम में उतार चढ़ाव का असर बच्चों पर भी तेजी से हो रहा है। इस मौसम की चपेट में आने से छोटे छोटे बच्चे बुखार, खांसी, पीलिया, डायरिया-डिसेंट्री व अन्य बीमारियों के चपेट में आ रहे है। शिशु रोग विशेषज्ञ डा. राजेश कुमार ने बताया कि मरीजों का उपचार किया जा रहा है। दूषित पानी पीने से उल्टी, दस्त, पीलिया जैसी बीमारियों की चपेट में लोग आ जाते हैं। उमस और गर्मी से लोग काफी परेशान है। इसके साथ ही मौसम जनित बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। जिसमें सर्दी, बुखार व खांसी सहित मलेरिया, टायफायड आदि रोगों से लोग बीमार हो रहे हैं। ----
बढ़ती जा रही मरीजों की संख्या
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मौसम जनित बीमारियों के कारण ओपीडी में मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है । जहां मरीजों की संख्या एक दो दर्जन तक सिमट कर रह जाती थी वहां अभी सौ के पार आसानी से पहुंच जाती है ।समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नवहट्टा में इस सप्ताह के बुधवार को 90 गुरुवार को 93 शुक्रवार को 98 शनिवार को 132 सोमवार को 146 मंगलवार को 181 मरीजों को देखा गया । रेफरल हॉस्पिटल चंद्रयान में बुधवार को 32 गुरुवार को 30 शुक्रवार को 26 शनिवार को 25 सोमवार को 34 एवं मंगलवार को 36 मरीजों को ओपीडी में चिकित्सकीय सलाह व दवा दी गई । हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर शाहपुर में पिछले बुधवार मात्र आठ थी जबकि गुरुवार को 36 पर पहुंच गया । ---
कहते हैं चिकित्सक
--- बरसात में डायरिया व टायफायड का सर्वाधिक प्रकोप बच्चों पर होता है। उल्टी-दस्त, बुखार की शिकायत अधिक होती है। बच्चों को पानी उबाल कर ठंडा होने पर पिलाएं। बासी भोजन नहीं खानें दें। भोजन व पानी ढककर रखें। चिकित्सक की सलाह से ही दवा लेनी चाहिए। डा. वीरेंद्र कुमार , प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी , नवहट्टा
--- शुद्ध व उबला पानी का प्रयोग करें , ताजा व हल्का भोजन करें। घर के आसपास गंदगी नहीं फैलने दें , घर को साफ-सुथरा रखें - बाहर व खुले में रखे गए खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करें। मच्छरों से बचाव के लिए मच्छरदानी का प्रयोग करें चिकित्सक की सलाह से ही दवा लें । डा. राकेश कुमार , सहरसा

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