सिजेरियन के लिए सदर अस्पताल में तड़पती रही प्रसूता

संवाद सहयोगी, लखीसराय : स्वास्थ्य विभाग सुरक्षित प्रसव कराने को ले सिजेरियन प्रसव को बढ़ावा देने पर जोर दे रहा है। इसको लेकर अस्पतालवार सिजेरियन प्रसव का लक्ष्य भी निर्धारित किया गया है परंतु जब सिजेरियन प्रसव कराने की बारी आती है तो इसमें चिकित्सक ही बाधक बनकर सामने होते हैं। शुक्रवार की सुबह पिपरिया प्रखंड अंतर्गत घाट हसनपुर के मिटू पासवान की पत्नी गुड्डी कुमारी (35) प्रसव कराने के लिए सदर अस्पताल में भर्ती हुई। जटिल प्रसव के कारण ड्यूटी पर मौजूद नर्स ने सिजेरियन प्रसव कराने की बात बताई। इसके बाद प्रसव पीड़िता के स्वजन सदर अस्पताल प्रशासन से सिजेरियन प्रसव कराने की व्यवस्था करने की गुहार लगाते रहे परंतु सदर अस्पताल प्रशासन असमर्थता दिखाते रहा। प्रसव पीड़िता के स्वजन ने सिविल सर्जन से भी गुहार लगाई। सिविल सर्जन ने बैठक में मौजूद होने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया। इसके बाद प्रसव पीड़िता के स्वजन ने जिप अध्यक्ष रविवरंजन कुमार टनटन से गुहार लगाई। जिप अध्यक्ष रवि रंजन के कहने के बाद भी सदर अस्पताल प्रशासन महिला चिकित्सक एवं मू‌र्च्छक के नहीं रहने के कारण सिजेरियन प्रसव कराने में असमर्थता जाहिर की। सुबह आठ बजे से शाम सात बजे तक प्रसव पीड़िता सदर अस्पताल के प्रसव वार्ड में दर्द से तड़पती रही परंतु सिजेरियन प्रसव नहीं कराया जा सका। गरीबी के कारण उसके स्वजन निजी क्लीनिक में ले जाने की स्थिति में नहीं थे। शाम को जब जिप अध्यक्ष ने आक्रामक रुख अख्तियार किया तब अस्पताल प्रशासन ने सिजेरियन प्रसव कराने की व्यवस्था शुरू कराई। अस्पताल के प्रबंधक नंद किशोर भारती की मानें तो शुक्रवार को डा. ज्योत्सना की ड्यूटी थी। उनके नहीं आने के कारण ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई।


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