कैंपस- स्नातकोत्तर विभाग के सेमिनार में शोध की प्रवृति बढ़ाने पर रहा जोर

जागरण संवाददाता, पूर्णिया। पूर्णिया विश्वविद्यालय और पूर्णिया कालेज के स्नातकोत्तर राजनीति विज्ञान विभाग के संयुक्त तत्वावधान में द्वितीय सेमेस्टर के छात्र छात्राओं के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 बिहार के संदर्भ में सेमिनार आयोजित किया गया। इसकी अध्यक्षता पूर्णिया कालेज पूर्णिया के प्राचार्य डा. मु. कमाल ने की।

उन्होंने कहा कि सीखने की कोई उम्र नहीं होती है। उन्होंने छात्र-छात्राओं से शोध की प्रवृति बढ़ाने की अपील की। पूर्णिया कालेज राजनीति विज्ञान विभागाध्यक्ष प्रो. डा. देव नारायण यादव ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि इसकी सफलता का दायित्व हम सबकी जिम्मेदारी है। विशेष वक्ता के रूप में राजनीति विज्ञान विभाग के प्राध्यापक डा. मनीष ने विस्तार से राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को बिहार में किस प्रकार से लागू किया जा सकता है, इस पर प्रकाश डाला।

उन्होंने कहा कि ज्ञान वही है जो अज्ञानता के बंधनों से हमें मुक्त करें। राजनीति विज्ञान विभाग के प्राध्यापक कुसुमकर चौहान ने परंपरा को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 से जोड़ते हुए उसका विश्लेषण किया। सेमिनार में छात्र-छात्राओं ने विशेष रूप से क्षेत्रीय भाषाओं के विकास, बच्चों में कौशल की पहचान के अनुसार शिक्षा देने, सामाजिक, राजनीतिक व दार्शनिक विकास पर जोर देने तथा विकसित और विकासशील देशों के बीच की खाई को शिक्षा द्वारा भरने के साथ बिना दबाव के शिक्षा ग्रहण करने पर जोर दिया। इसी तरह महिलाओं में शिक्षा के रुकावट को दूर करना और प्रतियोगी कौशल के विकास के साथ-साथ बिहार में प्राथमिक तथा माध्यमिक शिक्षा के विकास पर जोर दिया। सेमिनार में छात्र करण यादव, रूपेश कुमार झा, विक्रम कुमार, मधुकर, विशाल रानू, शुभम कुमार, शुभम प्रिया, जैस्मीन, रतन कुमार, अनुपमा कुमारी, रिषु शिल्पी राय, जूही भारती व आशीष सहित अन्य छात्र-छात्राओं ने अपने विचार व्यक्त किए।

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