इस बार आनलाइन ही देख सकेंगे गुरु पूर्णिमा का अनुष्ठान

जागरण संवाददाता, मुंगेर : इस बार योग विद्यालय की ओर से गुरु पूर्णिमा पर होने वाले अनुष्ठान को लोग आनलाइन ही देखेंगे। डब्ल्यू डब्ल्यू डाट संन्यासपीठ डाट नेट और डब्ल्यू डब्ल्यू डाट सत्यमयोग पर्षद डाट नेट पर क्लिक कर अुनष्ठान से रूबरू हो सकते हैं। सोमवार को मुंगेर योग विद्यालय की ओर से गुरु पूर्णिमा और चातुर्मास से अनुष्ठान के संबध में प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई है। गुरु पूर्णिमा का पावन पर्व सभी को गुरु-तत्त्व के साथ अपने आध्यात्मिक संबंध को गहन और मजबूत बनाने की प्रेरणा देता है। इस शुभ दिन गुरु की ऊर्जा का प्रवाह शिष्यों की ओर होता है और गुरु शिष्यों से हृदय की गहराइयों में भेंट करते हैं। संन्यास पीठ , मुंगेर में गुरु पूर्णिमा का प्रेरक अनुष्ठान व तदनुवर्ती चातुर्मास अनुष्ठान 2015 से आयोजित होते आया है, जिसके कार्यक्रम जनसाधारण को भारत की समृद्ध आध्यात्मिक व सांस्कृतिक परंपरा से जोड़ते आए हैं, ताकि जीवन में सृजनात्मक व सकारात्मक संस्कारों की अभिव्यक्ति हो सके। साथ ही चातुर्मास के दौरान संचालित सबेरे का सार्वजनिक योग प्रशिक्षण मुंगेरवासियों के लिए वरदान स्वरूप रहा है। राज्य और नगर में कोरोना वायरस महामारी की बढ़ती लहर में सबके स्वास्थ्य और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष सार्वजनिक गुरु पूर्णिमा व चातुर्मास अनुष्ठान आयोजित नहीं किए जा रहे हैं, लेकिन इस अवधि में ये अनुष्ठान संन्यास पीठ में प्रतीकात्मक रूप से जारी रहेंगे। सवेरे का सार्वजनिक योग प्रशिक्षण भी फिलहाल स्थगित रहेगा । स्थिति सुधरने पर मुंगेरवासियों को जानकारी दी जाएगी। सभी भक्त, शिष्य व साधक अपने घरों की सुविधा और सुरक्षा में रहते हुए इन अनुष्ठानों में सम्मिलित होने के लिए सादर आमंत्रित हैं, ताकि वे गुरु और ईश्वर की कृपा का आवाहन कर अपने जीवन में शांति , सामंजस्य , आरोग्य और मांगल्य का अनुभव कर सकें। गुरु पूर्णिमा तथा चातुर्मास अनुष्ठानों की गृह - साधना की जानकारी दी गई है। आप अपनी क्षमता अनुसार इस आराधना में यथासंभव भाग लीजिए। साथ ही आपके लिए गुरु पूर्णिमा का प्रसाद डिजिटल प्रसाद वेबसाइट पर उपलब्ध होगा।


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गुरु पूर्णिमा अनुष्ठान 13 जुलाई का समय
प्रात: 7.30 से 8.30 बजे, गृह साधना: गुरु स्वरूप पूजन, गुरु स्तोत्र का पाठ एक बार, गुरु गायत्री का जाप एक माला, गुरु मंत्र का जाप पांच माला, महा मृत्युंजय मंत्र का जाप एक माला, चातुर्मास अनुष्ठान समय दोपहर चार से पांच बजे तक।

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