उत्क्रमित माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में कागज पर ही हो रही है पढ़ाई

संवाद सूत्र, चौथम (खगड़िया) : सरकार की ओर से प्रखंड के लगभग सभी मध्य व माध्यमिक विद्यालयों को उत्क्रमित कर क्रमश: माध्यमिक व उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में अपग्रेड तो कर दिया गया, लेकिन छात्रों की पढ़ाई के लिए समुचित व्यवस्था नहीं की जा सकी है। जानकारी के अनुसार प्रखंड के सभी उत्क्रमित विद्यालयों में शिक्षकों की घोर कमी है। भवन का भी अभाव है। ऐसे विद्यालयों में नामांकन से लेकर परीक्षा के लिए फार्म तक भराए जा रहे हैं, लेकिन पढ़ाई की व्यवस्था नहीं है। बावजूद छात्र पास हो रहे हैं। ऐसे में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर प्रश्नचिन्ह लग रहा है। लोगों का कहना है कि छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। कागज पर ही विद्यालयों में पढ़ाई हो रही है। सबसे खास बात यह है कि ऐसे विद्यालयों में वर्ग नवम और दशम की पढ़ाई के लिए शिक्षक ही उपलब्ध नहीं हैं। कहीं-कहीं विभाग की ओर से अतिथि शिक्षक व एक-दो नियोजित शिक्षकों की बहाली वर्षों पूर्व ही की गई थी। प्रखंड के शिवाधीन महावीर इंटर विद्यालय चौथम में इंटर में विज्ञान व कला संकाय के लिए नामांकन किया जा रहा है। लेकिन विज्ञान संकाय में एक भी शिक्षक नहीं है। जबकि कला संकाय में दो शिक्षक हैं। वहीं संगीत के एक शिक्षक हैं। लोगों का कहना है कि इस विद्यालय में कभी भी इंटर की पढ़ाई नहीं हुई। लेकिन छात्र पास कर रहे हैं। सरकार की ओर से इंटर की पढ़ाई के लिए लाखों रुपये की लागत से भव्य विद्यालय भवन का निर्माण किया गया। लेकिन स्थानीय प्रबंधन की लापरवाही की वजह से भवन में पढ़ाई की शुरुआत तक नहीं हो सकी है। इसी तरह ब्रम्हा इंटर विद्यालय पिपरा को भी उत्क्रमित कर दिया गया, लेकिन कोड नहीं मिलने की वजह से इंटर की पढ़ाई आरंभ नहीं हो सकी है। विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक विजयकांत दुबे का कहना है कि विद्यालय में इंटर के लिए शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हुई है। ऐसे में इंटर का कोड लेकर क्या होगा। ऐसा ही हाल दियारा में स्थित उत्क्रमित इंटर विद्यालय रोहियार व धनछड़ विद्यालय का भी है। छात्रों का नामांकन तो किया जा रहा है, लेकिन पढ़ाई की व्यवस्था शून्य है। प्रखंड के सभी माध्यमिक विद्यालयों का यही हाल है।

एमआइएस इंट्री में लापरवाही को लेकर नाराज दिखे डीडीसी, दिए सख्त निर्देश यह भी पढ़ें

अन्य समाचार