दो लाख 26 हजार पौधारोपण के लक्ष्य को हर हाल में करना है पूर्ण

जागरण संवाददाता, खगड़िया : जल जीवन हरियाली योजना के तहत डीडीसी संतोष कुमार ने पौधारोपण कार्यक्रमों की भी विस्तार से समीक्षा की। पौधारोपण को लेकर राज्य स्तर से मिले दो लाख 26 हजार के लक्ष्य को इस माह के अंत तक पूरा करने का निर्देश मनरेगा के कनीय अभियंताओं एवं पंचायत रोजगार सेवकों को दिया। उन्होंने योजना के अनुसार पौधारोपण के साथ वनपोषकों की बहाली, नियमित पानी डालने एवं चापाकल लगाने का भी निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि कोशिश यह करनी है कि लगाए गए पौधों में से न्यूनतम 95 प्रतिशत बचाए जाएं। उन्होंने पौधारोपण हेतु खोदे गए गड्ढों की संख्या की भी प्रखंडवार समीक्षा के साथ कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया।

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उन्होंने पौधारोपण के लक्ष्य की प्राप्ति हेतु कार्य योजना बनाने एवं विभिन्न संस्थानों के कैंपसों, सार्वजनिक जगहों अथवा निजी व्यक्तियों की जमीन पर कितना यूनिट पौधारोपण करना है, इसका आंकड़ा प्रस्तुत करने को कहा। उन्होंने पंचायतों के अनुपात में वन विभाग से प्राप्त पौधों को सभी प्रखंडों में वितरित करने का निर्देश दिया। परबत्ता में दो कनीय अभियंता होने के बावजूद पौधारोपण का कार्य संतोषजनक नहीं पाए जाने को लेकर डीडीसी ने कड़ी चेतावनी दी। वहीं समीक्षा में सघन पौधारोपण के लिए मनरेगा के अंतर्गत विभिन्न प्रखंडों के लिए कुल 769 यूनिट का लक्ष्य रखा गया था, जिसमें से 643 योजनाएं ली गई थी। परंतु एमआइएस पर 476 की ही इंट्री पाई गई। इसी प्रकार वैकल्पिक फसलों की सिचाई, जैविक खेती एवं अन्य नई तकनीकों के उपयोग के संबंध में उद्यान विभाग द्वारा ली गई 801 योजनाओं के विरुद्ध मात्र आठ योजनाओं की एंट्री एमआइएस पोर्टल पर की गई थी। जिसे लेकर डीडीसी ने स्थिति को अत्यंत खेदजनक बताया।

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