डेयरी उद्योग से जुड़ेंगी जिले की छह हजार जीविका दीदियां

बेतिया। पश्चिम चंपारण की जीविका दीदियों ने अलग-अलग क्षेत्रों में स्वरोजगार कर स्वावलंबन की बुनियाद खड़ी की है। इसमें एक ओर जहां बकरीपालन कर रही हैं, तो दूसरी ओर मुर्गीपालन, एक ओर अपने परिवार की खुशहाली के लिए किराना की दुकान चला रही हैं, तो दूसरी ओर एलईडी बल्ब बनाकर अपना जीविका चला रही है। इसी कड़ी में अब उनका व्यापक रूप से जुड़ाव डेयरी उद्योग से होने वाला है। वैसे तो पश्चिम चंपारण की 390 जीविका दीदियां पशुपालन से पहले से ही जुड़ी हुई हैं। दूध उत्पादन व्यवसाय से जुड़कर दूध का वाजिब मूल्य भी मिल रहा है। लेकिन जीविका मिशन की ओर से हाल में दूध उत्पादन से जुड़ी जीविका दीदियों का सर्वेक्षण कराया गया है। सर्वेक्षण के मिले परिणाम के आधार पर 5793 जीविका दीदियां दूध उत्पादन से जुड़ी हुई हैं। अधिकतर जीविका दीदियां थरूहट क्षेत्र की रहने वाली हैं। मिशन की ओर से सभी किसी ने किसी दूध उत्पादक समूह से जोड़ने की पहल शुरू कर दी गई है। ताकि दूध का उचित मूल्य मिल सके और उन्हें ज्यादा लाभ हो सके। इधर, जीविका के पशुधन प्रबंधक डा. अभिषेक कुमार सिंह ने बताया कि दूध उत्पादन से जुड़ी जीविका दीदियों को संबंधित दूध उत्पादक समूह से जोड़ने की पहल शुरू कर दी गई है। उन्हें शीघ्र ही इसका लाभ मिलने लगेगा।

एमजेके कालेज के प्राचार्य व अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज यह भी पढ़ें
---
32751 लीटर दूध का हो रहा उत्पादन 26 हजार लीटर की हो रही बिक्री
दूध उत्पादन से जुड़ी जीविका दीदियां अपने दुधारू मवेशियों से 32751 लीटर प्रतिदिन दूध ले रही हैं। इसमें इसमें 26 हजार 227 लीटर दूध स्थानीय बाजार में बिक रहा है। स्थानीय बाजार इसकी कीमत 30 से 40 रुपये प्रति लीटर ही मिल पा रहा है। जबकि दूध उत्पादक समूह से जो़ड़े जाने के बाद यह दर बढ़कर 45 रुपये प्रति लीटर से 55 रुपये प्रति लीटर तक बिकने लगेगा। दीदियों को दूध उत्पादन के व्यवसाय से जोड़ने की पहल हुई है। जिले में अब तक 390 दीदियां दूध उत्पादन के व्यवसाय से जुड़ी हैं। इन्हें विभिन्न दूध उत्पादक समूहों से जोड़ा गया है। इनमें अधिकतर थरुहट क्षेत्र की हैं। अब पांच हजार 793 दीदियों को दूध उत्पादक समूहों से जोड़ने की तैयारी है। इनके पास कुल आठ हजार 768 दुधारू पशु हैं। इनसे प्रतिदिन 32 हजार 751 लीटर दूध का उत्पादन हो रहा है। इसमें 26 हजार 227 लीटर दूध स्थानीय बाजार में बिक रहा है। दूध उत्पादक समूह से जोड़ने के बाद दीदियों की निश्चित कमाई होगी।

अन्य समाचार