सदर अस्पताल में बायोमेट्रिक से बनेगी डाक्टरों-कर्मियों की हाजिरी



जागरण संवाददाता, सुपौल: सदर अस्पताल में बन चुकी लेट-लतीफ की संस्कृति पर विराम लगेगा। अस्पताल के डाक्टरों व कर्मियों की हाजिरी अब बायोमेट्रिक से बनेगी। अस्पताल में बायोमेट्रिक लगने की खबर से ड्यूटी पर लेट-लतीफ आने व गायब रहने वाले डाक्टरों व कर्मियों में खलबली मच गई है। मालूम हो कि सदर अस्पताल के कई डाक्टर व कर्मी अपनी ड्यूटी पर लेट-लतीफ आना को आदत सा बना लिया है। ऐसे में कभी-कभी स्थिति यह देखने को मिलती है कि मरीज पुर्जा कटा कर डाक्टर के इंतजार में खड़े रहते हैं, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। बायोमेट्रिक मशीन से हाजिरी बनाने का कार्य शुरु होने के बाद ऐसे डाक्टरों व कर्मियों को अपने रवैये में सुधार करना होगा।

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लग गई बायोमेट्रिक मशीन
सदर अस्पताल के डाक्टरों व कर्मियों की हाजिरी बायोमेट्रिक से बने इसके लिए उपाधीक्षक कार्यालय के समीप तीन बायोमेट्रिक मशीन लगा दी गई है। हालांकि, कोरोना के चलते 12 जुलाई तक इस मशीन से हाजिरी बनाने के कार्य पर अस्थायी तौर पर रोक लगा दी गई थी वहीं अब इसे बढ़ाकर 12 अगस्त कर दी गई है। यानि अगले माह की 12 तारीख से बायोमेट्रिक मशीन से डाक्टरों व कर्मियों की हाजिरी बननी शुरू हो जाएगी।
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आने व जाने के समय बनानी होगी हाजिरी
सदर अस्पताल के कर्मियों को बायोमेट्रिक मशीन के काम करने के बाद ड्यूटी पर आने व ड्यूटी खत्म होने के बाद जाने के समय बायोमट्रिक मशीन की फिगर से स्वीप को दबाना होगा। मालूम हो कि सदर अस्पताल में कुछ डाक्टर एवं कर्मी समय पर ड्यूटी नहीं आते हैं। अस्पताल की व्यवस्था लचर होने के कारण ऐसे डाक्टर व कर्मियों को खोजनेवाला कोई नहीं होता है। जब मन आया ड्यूटी पर चले आए और जब मन किया घर या क्लीनिक चले गए, लेकिन बायोमेट्रिक मशीन से हाजिरी बनाने का कार्य शुरू होने के बाद सभी डाक्टर व कर्मी समय से अपनी ड्यूटी पर आने लगेंगे।

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