भाड़े की एंबुलेंस की अब दरकार नहीं, हाइटेक सुविधाओं वाली एंबुलेंस का मुफ्त उठाइए लाभ

सीतामढ़ी। जिले को हाइटेक सुविधाओं से लैस एंबुलेंस मिल गई हैं। अब भाड़े की एंबुलेंस की दरकार नहीं होगी। डीएम मनेश कुमार मीणा ने इन एंबुलेंस को मंगलवार को हरी झंडी दिखा रवाना किया। इन 15 एंबुलेंस में 8 एंबुलेंस एडवांस लाइफ सपोर्टिंग सिस्टम यथा मानीटर, ईसीजी, आक्सीजन व प्राथमिक उपचार की सभी सुविधाओं से लैस है। इसमें रोगी के स्ट्रेचर के अलावा रोगी बेड के साथ स्वजन के बैठने के लिए सीट की भी व्यवस्था है। शेष आठ एंबुलेंस बेसिक लाइफ सर्पोटिग सिस्टम से लैस हैं। सभी एंबुलेंस जीपीएस व टैब से लैस हैं, ताकि कहीं से इसकी मानीटरिग की जा सके। इन एंबुलेंस को सदर अस्पताल समेत 15 प्रखंडों में भेजा गया। डीएम ने बताया कि शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों को एक फोन काल पर मात्र 20 से 35 मिनट के अंदर इस एंबुलेंस का लाभ मिल सकेगा। 15 नई एसी एंबुलेंस मिली हैं। समाहरणालय के मुख्य द्वार से एंबुलेंस की रवानगी के मौके पर डीएम के साथ सिविल सर्जन डा. सुरेश चंद्र लाल, डीएमओ डा. रवींद्र यादव, डा. सुनील कुमार सिन्हा, डीडीसी विनय कुमार, ओएसडी प्रशांत कुमार, डीपीआरओ विजय कुमार पांडेय, एसीओ रवि रंजन, केयर इंडिया के मानस कुमार भी मौजूद थे। डीएम ने बताया कि जिले के विभिन्न क्षेत्रों के मरीजों को नई एम्बुलेंस के आने से राहत मिलेगी।


दुर्घटना वाले क्षेत्रों को एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस
सड़क दुर्घटना वाले क्षेत्रों को प्राथमिकता के तौर पर एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस उपलब्ध कराया जाएगा।
102 व 112 पर कॉल कर निशुल्क सेवा लें :
सरकारी एंबुलेंस सेवा निशुल्क है। इसके लिए मरीजों व परिजन टाल फ्री नंबर 102 पर काल कर एंबुलेंस की सुविधा ले सकते हैं। इसके अलावा पुलिस विभाग के आपातकालीन नंबर 112 पर काल कर के भी इसकी सेवा ली जा सकती है। अस्पतालों के एंबुलेंस फिलहाल जुगाड़ टेक्नोलॉजी के सहारे :
जानकारी के अनुसार, सीतामढ़ी जिले में फिलहाल 33 एंबुलेंस अस्पतालों में संचालित हैं, जिनमें 17 पुरानी हो गई हैं। इनमें से अधिकतर एंबुलेंस जुगाड़ टेक्नोलॉजी के सहारे संचालित होती हैं। इसकी स्थिति काफी जर्जर है। एंबुलेंस की स्थिति यह है कि उनके कहीं भी रास्ते में खराब होने की संभावना बनी रहती है। उनमें कभी तेल नहीं, तो कभी तकनीकी खराबी रहती है। ऐसे में लोगों को निजी एंबुलेंस पर ही निर्भर रहना पड़ता है।

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