सावन आज से शुरू, फिर भी मैली है गिद्धेश्वर मंदिर की शिव गंगा

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फोटो- 13 जमुई- 24
संवाद सूत्र, खैरा(जमुई): सावन माह की शुरुआत आज गुरुवार से प्रारंभ हो रही है। प्रखंड क्षेत्र के अधिकांश मंदिरों में सावन को लेकर मंदिर की साफ-सफाई किया जा रहा है। खैरा के ऐतिहासिक गिद्धेश्वर मंदिर में भी गुरुवार से शिव भक्तों की भीड़ उमड़ेगी और बम बम भोले के नारा से गुंजायमान हो गया लेकिन इन सब के बीच यहां आने वाले श्रद्धालुओं को शिवगंगा के गंदे पानी को पवित्र मानकर स्नान करने के साथ जलाभिषेक करने की मजबूरी होगी। इसमें गंदगी का अंबार पड़ा हुआ है। दैनिक जागरण की टीम बुधवार को गिद्धेश्वर मंदिर का जायजा लिया तो देखा गया कि मंदिर की साफ-सफाई बहुत ही अच्छी थी लेकिन मंदिर के स्थित शिव गंगा में गंदगी का अंबार था। उस शिवगंगा में स्नान कर रहे कुछ श्रद्धालुओं ने बताया कि शिवगंगा आस्था से जुड़ा है। कभी यह निर्मल हुआ करता था पर अपनों ने ही इसे मेला करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। इसके बावजूद भी आस्था ऐसी है कि आज भी लोग डुबकी लगाकर महादेव- पार्वती की पूजा-अर्चना करते हैं।

अगर समय के पहले इसकी साफ-सफाई की जाती तो श्रद्धालुओं को इस गंदे पानी में नहाने की नौबत नहीं आती और शुद्ध पेयजल में स्नान कर पूजा-अर्चना करते। श्रद्धालु यह भी बताते हैं मंदिर परिसर के भू-भाग में शिव गंगा है। धार्मिक आस्था के कारण इसको स्वच्छ रखने के लिए ईमानदार पहल की जरूरत
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कहते हैं पुजारी
सीताराम पांडे से पूछे जाने पर बताया कि अभी कमेटी को भंग किया गया है। अभी कार्यवाहक के रूप में पूर्व कमेटी के सदस्य कार्य कर है। जल्द ही शिवगंगा की सफाई की जाएगी।
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बाक्स
बरहट नदी तट श्रदालुओं के लिए खतरा
संवाद सूत्र, बरहट(जमुई): सावन माह में पत्नेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं की अच्छी-खासी भीड़ जमा होती है। नदी में बालू खनन के लिए परिवहन को बनाए गए रास्ते के बगल में बालू संवेदकों के द्वारा गड्ढा खोद दिया गया था जिससे गड्ढा रहने से पानी जमा होने से नदी में नहाने आए श्रदालुओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। कुछ वर्ष पहले सावन महीने में नदी में नहाने गए पांच बच्चे की मौत हो गई थी। नदी तट पर खास कर के महिला श्रद्धालुओं के लिए चेंजिग रूम नहीं रहने से काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। मंदिर के बाहरी परिसर में अस्थायी दुकानदारों के अतिक्रमण से आने-जाने वाले श्रद्धालुओं को काफी कठिनाई होगी। नदी तट पर मलमूत्र से पटा पड़ा हुआ है। हालांकि, मंदिर कमेटी की ओर से मंदिर परिसर में फैली गंदगी को बुधवार के दोपहर के बाद साफ-सफाई कराई गई है।

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