तेज धूप व उमस भरी गर्मी से त्रस्त होकर बीमार हो रहे लोग

संवाद सहयोगी, किशनगंज : जिले में पिछले 10 दिनों से बारिश नहीं होने के कारण गर्मी काफी बढ़ने लगी है। गर्मी बढ़ते ही मौसमी बीमारी होने की संभावना बढ़ जाती है। इसमें डायरिया, त्वचा, लू लगना, पानी की कमी, फूड पाइजनिग आदि बीमारी शामिल है। यह जानकारी सिविल सर्जन डा. कौशल किशोर ने दी।

उन्होंने बताया कि गर्मी से थकावट, लू लगना, पानी की कमी, फूड पाइजनिग आम बीमारियां हैं। इसके अलावा गर्मी में हीट-स्ट्रोक होने की संभावना अधिक रहती है। इस दौरान शरीर का तापमान बहुत ज्यादा होता है। त्वचा रूखी और गर्म होने के साथ शरीर में पानी की कमी, कन्फ्यूजन, तेज या कमजोर नब्ज, छोटी-धीमी सांस, बेहोशी तक आ जाने की नौबत आ जाती है। हीट-स्ट्रोक से बचने के लिए दिन के सबसे ज्यादा गर्मी वाले समय में घर से बाहर नहीं निकलें। अत्यधिक मात्रा में पानी और जूस का सेवन करें। ताकि शरीर में पानी की कमी नही हो सके। ढीले-ढाले और हल्के रंग के कपड़े पहने। किसी प्रकार की शारीरिक समस्या होने पर निकट के सरकारी अस्पताल में संपर्क करें।

जिला अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डा. सुरेश प्रसाद ने बताया कि फूड पाइजनिग गर्मियों में आम तौर पर हो जाती है। गर्मियों में अगर खाना साफ-सुथरे माहौल में नहीं बनाया जाए तो उसके दूषित होने का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही पीने का पानी भी दूषित हो सकता है। अत्यधिक तापमान की वजह से खाने में बैक्टीरिया बहुत तेजी से पनपते हैं। जिससे फूड पाइजनिग का खतरा बढ़ जाता है। फूड पाइजनिग से बचने के लिए बाहर जाते वक्त हमेशा अपने पीने का पानी घर से ले के चलें। बाहर खुले में बिक रहे कटे हुए फल खाने से परहेज करें। प्यास लगने का इंतजार नही करें। हमेशा घर में बना हुआ नींबू पानी और ओआरएस का घोल आस-पास ही रखें।

कुछ सावधानी से बच सकते हैं मौसमी बीमारियों से
वर्तमान समय में मौसम में बदलाव के कारण रोगियों की संख्या बढ़ी है। इसमें बच्चे व बुजुर्ग भी शामिल हैं। अत्यधिक जरूरत पड़ने पर ही बाहर निकलें। छाता का प्रयोग करें। हमेशा पूरे शरीर को ढकने वाला कपड़ा पहनें। बाहरी दूषित खान-पान से परहेज करें। पानी अधिक पीएं। बासी खाना नहीं खाएं। होटल व रेस्टोरेंट के खाने से बचें। इस प्रकार अन्य सावधानी बरत कर हम गर्मी मे होने वाले आम बीमारियों से बचाव कर सकते हैं। चाय-काफी, कैफिन युक्त पदार्थ, रिफाइंड व प्रोसेस्ड फूड अधिक तेल मशाला व गर्म तासीर वाले भोजन से अभी दूरी बनाये रखना जरूरी है। उमस भरी गर्मी के दिनों में लोगों को अधिक से अधिक तरल पदार्थ का सेवन करना चाहिये। तरबूज, ककड़ी, संतरे, नींबू, अनानस, गन्ना का अधिक सेवन करें। इसके अलावा हरी पत्तीदार सब्जी का सेवन भी बीमारियों से बचाव के लिए जरूरी है।

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