कोरोना से निपटने की तैयारी में जुटा स्वास्थ्य विभाग

- बंद पड़े वार्ड की हो रही सफाई, सुविधाओं को किया जा रहा व्यवस्थित

- वैक्सीनेशन और कोरोना जांच को दी जा रही गति
- अब तक जिले में एक भी संक्रमित नहीं
संवाद सहयोगी, जमुई : कोरोना का कहर फिर वापस लौटे इससे पहले स्वास्थ्य विभाग तैयारी में जुट गया है। बंद पड़े कोविड केयर और आइसोलेशन वार्ड को व्यवस्थित करने में लगा हुआ है। लंबे अरसे बाद अचानक सूबे के विभिन्न जिलों में कोरोना पाजीटिव मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया है। इसके लिए कोरोना से निपटने की तैयारी शुरू कर दी गई है। कोरोना जांच को भी बढ़ाया गया है। हालांकि, जमुई में अब तक एक भी कोरोना पाजीटिव मरीज नहीं मिला है, जो जमुई के लिए अच्छी खबर है। पड़ोसी जिले शेखपुरा, लखीसराय, मुंगेर और बांका में कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। जिस वजह से जमुई में भी संक्रमित मिलने की संभावना बनी हुई है। वरीय पदाधिकारियों द्वारा भी वीसी के माध्यम से पल-पल की रिपोर्ट ली जा रही है। वैक्सीनेशन से लेकर जांच पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। डीपीएम सुधांशु नारायण लाल ने बताया कि सूबे में कोरोना संक्रमण के बढ़ते दायरे को लेकर इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। सदर अस्पताल में मौजूद 20 बेड के आइसोलेशन वार्ड की व्यवस्थाओं को भी चुस्त-दुरुस्त किया जा रहा है। इसके अलावा आक्सीजन, सिलेंडर से लेकर आक्सीजन पाइप की भी जांच की जा रही है। भविष्य में अगर कोरोना के मामले अगर बढ़ते हैं तो कोविड वार्ड और आइसोलेशन के दायरे को भी बढ़ाया जाएगा। उन्होंने बताया कि अब तक जमुई जिले में एक भी कोरोना संक्रमित नहीं हैं लेकिन इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंच रहे सभी मरीजों की कोरोना जांच कराई जा रही है। उन्होंने बताया कि एक बार फिर कोरोना से लड़ाई में लोगों को जागरूक होना पड़ेगा और कोरोना गाइडलाइन का पालन कर इसे मात देने में भागीदारी निभानी होगी।

------
लक्ष्य के मुताबिक नहीं हो पा रही जांच
जिले में कोरोना जांच लक्ष्य के मुताबिक बहुत पीछे चल रही है। जहां प्रत्येक दिन जिले भर में 2250 कोरोना जांच होनी है, वहां 1200 से 1400 ही जांच हो पा रही है, यानी लक्ष्य का 55 से 60 प्रतिशत ही जांच हो रही है। इसमें विभाग की लापरवाही कहें या कोरोना जांच में लोगों की दिलचस्पी कम गई है। भले ही जिले में अब तक कोरोना के एक भी संक्रमित मरीज नहीं मिले हों लेकिन कोरोना खत्म नहीं हुआ है। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक सदर अस्पताल समेत जिले भर के स्वास्थ्य केंद्रों पर कोरोना जांच की जा रही है। लक्ष्य को हासिल करने के लिए जांच के दायरे को भी बढ़ाया जा रहा है।
-----
अब तक 145 लोगों की हो चुकी है मौत
कोरोना काल के दौरान जिले में अब तक 145 लोगों की मौत हो चुकी है। डीपीएम सुधांशु नारायण लाल ने बताया कि वर्ष 2021 में 118 लोगों ने कोरोना में जान गंवाई थी, जबकि 2022 में तीन लोगों की मौत हुई है और 2020 में 23 लोगों ने जान गंवाई है, यानी कुल 145 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है। बिहार सरकार की घोषणा के मुताबिक अब तक 112 लोगों को मुआवजा दिया गया है, बाकी लोगों के कागजात में कुछ कमी होने की वजह से मुआवजा की राशि लंबित है।

अन्य समाचार