पशुओं के एफएमडी टीकाकरण में कर्मियों की कमी लक्ष्य प्राप्ति में बनी बाधक

संवाद सहयोगी, किशनगंज : जिले में गाय व भैसों में होने वाली गंभीर बीमारी खोरहा की रोकथाम के लिए एफएमडी टीकाकरण की अंतिम तारीख 12 जुलाई तक चार लाख से अधिक पशुओं को टीका दिया गया है। जो लक्ष्य से काफी दूर है। इसके लिए प्रत्येक पंचायत में एक टीकाकरण कर्मी की नियुक्ति की गई है। जिसपर पंचायत में पड़ने वाले प्रत्येक गांव के पशु के टीकाकरण की जिम्मेवारी है। वर्तमान में जिले में इन दो श्रेणियों के छह लाख से अधिक पशु हैं। जिसमें से अबतक लगभग 60 प्रतिशत लक्ष्य की प्राप्ति कर ली गई है।

जिले में दूध देने वाले गाय व भैंस जैसे पशुओं में होने वाली गंभीर बीमारी खोरहा के कारण प्रत्येक साल कई पशुओं के दूध सूखने व प्रजनन अवधी में आने वाली समस्या के कारण किसानों को होने वाले नुकसान को रोकने के लिए पशुपालन विभाग के द्वारा एफएमडी का टीकाकरण किया जा रहा है। संपूर्ण टीकाकरण का लक्ष्य 12 जुलाई तक समाप्ति निर्धारित किया गया था। कितु अबतक लक्ष्य का लगभग 60 प्रतिशत ही प्राप्ति हो पाया है। जिले में वर्तमान में इस श्रेणी के पशुओं की संख्या छह लाख 48 हजार 106 है। अबतक इसके विरुद्ध एक महीने में चार लाख 17 हजार 100 पशुओं का टीकाकरण किया जा सका है। इसकी मुख्य वजह टीकाकरण कार्य में लगे लोगों की कमी को माना जा सकता है। इस कार्य के लिए प्रत्येक पंचायत में एक कर्मी की नियुक्ति की गई है। जिसपर पंचायत के अंतर्गत प्रत्येक गांव की जिम्मेवारी है। पशुओं के टीकाकरण के दौरान एक पशु पर काफी समय लगने व पशु के उक्त स्थल पर मौजूद ना रहने के कारण भी समय अधिक लग रहा है। टीकाकरण को लेकर विभाग की ओर से समयावधि में विस्तार करने की योजना है। इससे संबंधित पत्र जल्द जारी होने के साथ ही टीकाकरण को विस्तार दिया जाएगा।


पालतु जानवरों के टीकाकरण का काम तेजी से चल रहा है। 12 जुलाई तक लक्ष्य प्राप्ति की तिथि थी, अबतक चार लाख से अधिक पशुओं को टीकाकृत किया जा चुका है। अन्य पशुओं का टीकाकरण भी जारी रहेगा। इससे संबंधित विभागीय आदेश जल्द प्राप्त हो जाएगा।
शंभू नाथ झा, जिला पशुपालन पदाधिकारी (किशनगंज)
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