पहली कक्षा के बच्चों को नहीं होगा किताबों का बोझ, अब चहक से चहकेंगे बच्चे

-सितंबर माह से पहली कक्षा के बच्चों के लिए होगी चहक की शुरुआत -शिक्षकों के प्रशिक्षण के लिए तय कर दिए गए हैं कार्यक्रम --------------------------------------------- जागरण संवाददाता, सुपौल: सरकारी प्रारंभिक विद्यालयों में पहली कक्षा में दाखिला लेने वाले बच्चों को किताबों का बोझ न देकर खेलों के जरिए शिक्षा से जोड़ा जाएगा । इसके लिए सरकारी विद्यालयों में सितंबर माह से पहली कक्षा के बच्चों के लिए 3 माह का स्कूल रीडनेस कार्यक्रम चहक की शुरुआत की जाएगी । फिलहाल विभाग ने संकुल स्तर पर शिक्षकों के प्रशिक्षण को लेकर कार्यक्रम तय कर दिए हैं। इसके लिए विभाग ने प्रत्येक संकुल से दो-दो वैसे शिक्षकों का नाम देने को कहा है जो शिक्षक मुख्य रूप से कक्षा 1 से 5 तक के बच्चे को पढ़ाते हैं। प्रशिक्षण प्राप्त कर ये शिक्षक प्रारंभिक विद्यालय स्तर पर शिक्षकों को प्रशिक्षित करेंगे। संकुल स्तर पर तैयार होने वाले शिक्षकों का यह प्रशिक्षण 5 दिवसीय गैर आवासीय होगा। फिलहाल जिले में यह प्रशिक्षण 19 जुलाई से शुरू होगा।


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चहक माड्यूल एक नई खोज
बिहार शिक्षा परियोजना के तहत चहक माड्यूल एक नई खोज है । अक्सर पहली कक्षा में दाखिला लेने वाले बच्चे विद्यालय आने से डरते हैं या फिर अभी जाते हैं तो वह पढ़ाई में रुचि नहीं लेते हैं । ऐसे में चहक कार्यक्रम इन बच्चों को न सिर्फ विद्यालय की ओर आकर्षित करेंगे बल्कि सिखाने की पद्धति भी रोचक होगी । चहक कार्यक्रम का मुख्य मकसद बच्चों को विद्यालय के प्रति सहज बनाना है । इसके लिए बच्चों के बीच अपनापन विकसित करने के साथ-साथ शिक्षकों को खेल खेल के माध्यम से बच्चों को पढ़ाना है। इस मॉड्यूल के तहत बच्चों को सीखने सिखाने की प्रक्रिया को सरल सहज एवं मनोरंजक बनाना है। इसके अलावा बच्चों को विद्यालय के प्रति सहज बनाने, शिक्षकों एवं समुदाय से जोड़ने, भाषा व गणित को सरलता से समझाने एवं बच्चों को कौशल विकास के लिए चहक काफी मददगार होगा। ताकि इन बच्चों को विद्यालय का माहौल अपनापन लगे और वे इस माध्यम से पढ़ाई भी कर लें।
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प्रखंड स्तर पर प्रशिक्षण के लिए तय कार्यक्रम
संकुल स्तर पर चयनित दो दो शिक्षकों को पांच दिवसीय गैर आवासीय प्रशिक्षण प्रखंड स्तर पर दिया जाएगा। इसके लिए प्राथमिक शिक्षा एवं सर्व शिक्षा अभियान के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने जो कार्यक्रम तय किए हैं उनके मुताबिक सुपौल, राघोपुर, बसंतपुर तथा सरायगढ़ प्रखंड के चयनित शिक्षकों का प्रशिक्षण 19 से 23 जुलाई तक आयोजित किया जाएगा। किशनपुर, मरौना प्रखंड के शिक्षकों का 26 से 30 जुलाई ,छातापुर ,निर्मली, पिपरा, प्रतापगंज तथा त्रिवेणीगंज प्रखंडों के शिक्षकों का प्रशिक्षण 2 अगस्त से 6 अगस्त तक आयोजित किया जाएगा। इन शिक्षकों के प्रशिक्षण को लेकर प्रखंडवार मास्टर ट्रेनरों की सूची तैयार कर ली गई है। ये मास्टर प्रशिक्षक निर्धारित प्रखंडों में शिक्षकों को प्रशिक्षित करेंगे। तत्पश्चात प्रशिक्षित शिक्षक विद्यालय वार कक्षा 1 से 5 तक में पढ़ाने वाले शिक्षकों को प्रशिक्षित करेंगे।

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