किसानों को कृषि कार्य में मजदूरों की किल्लत से मिलेगी मुक्ति

- पहले आओ पहले पाओ की तर्ज पर किसान ले सकेंगे इस योजना का लाभ

- आनलाइन आवेदन करने के बाद मिलेगा यंत्र संयंत्र खरीद की स्वीकृति
- सरकार के निर्धारित बिक्री केंद्र से होगी खरीदारी
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- 01 करोड़ 54 लाख का जिले को मिला है आवंटन
- 90 प्रकार का यंत्र संयंत्र कृषि यांत्रिकीकरण योजना में अनुदान पर मिलेगा
-50 से 70 प्रतिशत अनुदान का है अलग-अलग प्रविधान
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संवाद सहयोगी, जमुई : किसानों को खेती कार्य में मजदूरों की किल्लत के झंझट से मुक्ति दिलाने के लिए कृषि विभाग द्वारा कृषि यांत्रिकीकरण कार्यक्रम योजना लागू की जा रही है। इसके लिए विभाग के स्तर से की जा रही तैयारी अंतिम चरण में है। इस योजना के तहत पहले आओ पहले पाओ की तर्ज पर सभी प्रकार के किसानों के बीच आधुनिक खेती को बढ़ावा देने के लिए उन्हें सरकार के द्वारा निर्धारित अनुदानित दर पर यंत्र संयंत्र उपलब्ध कराया जाएगा।
योजना का उद्देश्य फसलों को लगाने और कटाई के समय मजदूरों की होने वाली किल्लत को दूर करते हुए खेती में लागत को कम करना तथा उत्पादकता और फसल की गुणवत्ता में भी बढ़ोतरी करना है। इस योजना को जिले में लागू करने के लिए राज्य सरकार ने एक करोड़ 54 लाख 65 हजार 203 रुपया का आवंटन किया है। इस योजना से आच्छादित किए जाने वाले किसानों की संख्या बल का कोई निर्धारण नहीं किया गया है। योजना के तहत जिले के सभी दर्जे के किसानों को आवश्यक रूप से यंत्र संयंत्र का लाभ देना है। इस योजना का लाभ लेने के लिए किसानों के द्वारा आनलाइन आवेदन जमा किया जाएगा और आवेदन की जांच के पश्चात किसानों का निबंधन कर उन्हें निबंधन कार्ड जारी किया जाएगा। उस निबंधन कार्ड के आधार पर किसान राज्य सरकार के द्वारा कृषि यंत्र बिक्री के लिए अधिकृत केंद्र में जाकर अनुदानित दर पर यंत्र संयंत्र की खरीद कर सकेंगे। प्रथम चरण में इस योजना के तहत सभी किसानों को न्यूनतम एक कृषि यंत्र अथवा संयंत्र प्रदान करने की अनुशंसा की जाएगी। सामान्य कोटि के किसानों के लिए इस योजना के तहत यंत्र संयंत्र की खरीद पर 50 फीसद और अनुसूचित जाति तथा जनजाति के किसानों के लिए 60 फीसद अनुदान का निर्धारण किया गया है। इस योजना के तहत कृषि कार्य के लिए 90 प्रकार का यंत्र संयंत्र प्रदान किया जाएगा। ताकि किसान परंपरागत खेती पद्धति को छोड़कर यंत्र संयंत्र के माध्यम से सुगमतापूर्वक आधुनिक खेती करके दूसरे राज्य के किसानों के तर्ज पर आगे बढ़ सके। अपनी आय में भी समुचित वृद्धि करते हुए जीवन स्तर को उन्नत बना सकें। इसके अलावा किसानों की आय दोगुनी हो सके।
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कोट
कृषि यांत्रिकीकरण योजना के तहत किसानों से जल्द ही आवेदन लेने का कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा। इस योजना को व्यापक रूप से लागू करने के लिए समुचित तरीके से प्रचार प्रसार का कार्य किया जा रहा है।
अविनाश चंद्र, जिला कृषि पदाधिकारी

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