प्रसव के दो घंटे बाद ही महिला की स्थिति नाजुक होने पर कर दिया गया रेफर

जागरण संवाददाता, बिहारशरीफ : वैसे तो सदर अस्पताल लापरवाही के मामले में अक्सर सुर्खियों में रहा है। लेकिन इस बार डिलीवरी के लिए आई एक महिला के साथ चिकित्सक व नर्स ने जिस तरह से व्यवहार किया यह अस्पताल प्रशासन के लिए भी काफी शर्मनाक बात है। चिकित्सक के गायब रहने के बाद नर्स द्वारा एक महिला की प्रसूति कराने के बाद उसकी हालत खराब होते ही दो घंटे में जबरन रेफर कर दिया गया। आज वह महिला निजी क्लीनिक में मौत से जूझ रही है।

बता दें कि 14 जुलाई की शाम तकरीबन पांच बजे दीपनगर थाना के नवीनगर निवासी बलवंत कुमार की पत्नी ब्यूटी कुमारी को प्रसव के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसी दिन रात करीब आठ बजे महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया। प्रसव के दौरान महिला चिकित्सक के नहीं होने से नर्स ने जबरन किसी तरह नार्मल डिलीवरी तो करा दिया। लेकिन डिलीवरी के बाद महिला के गर्भाशय से लगातार खून का रिसाव होने लगा। देखते-देखते उसकी हालत इतनी बिगड़ गई कि नर्स घबरा गई। इसके बाद स्वजन महिला डाक्टर को बुलाने की बात कही तो नर्स ने कहा कि वे ड्यूटी में नहीं है। इसके बाद नर्स ने जबरन महिला को रेफर कर दिया। स्वजन आनन फानन में उसे शहर के ही एक निजी क्लीनिक में भर्ती कराया। जहां बताया गया कि उसके यूटरस किसी कारण से डैमेज हो गया है जिस कारण खून का रिसाव नहीं रूक रहा है। नर्सिंग होम की महिला चिकित्सक ने यूटरस निकालने की बात कही है। इधर, इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगा महिला के देवर अभिजीत ने सदर अस्पताल के डीएस को लिखित आवेदन देकर महिला चिकित्सक पर कार्रवाई करने का अनुरोध किया है। फिलहाल महिला जिदगी और मौत के बीच जंग लड़ रही है।
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बोले डीएस सदर अस्पताल के डीएस डा. रामनंदन प्रसाद सिंह ने बताया कि यह मामला काफी संगीन है। प्रसूता की हालत देख किस परिस्थिति में दो घंटे के भीतर रेफर कर दिया गया। उन्होंने बताया कि इस पूरे मामले की जांच कराई जाएगी। जांच में दोषी पाए जाने पर लापरवाह चिकित्सक व नर्स पर विधि संवत कार्रवाई की जाएगी।

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