खाद्य सामग्रियों की बढ़ती कीमतों ने बिगाड़ा रसोई घर का बजट

संसू सिकटी,(अररिया): आटा, सूजी, मैदा, दही और पनीर के दाम सोमवार से बढ़ गए है। अब लोगों को इन सामान खरीदने पर पहले से पांच फीसदी अधिक कीमत चुकानी होगी। पैकेट खाद्य वस्तुओं पर पांच प्रतिशत जीएसटी लागू होने से हुआ है। पैक्ड दूध, दही, मक्खन और पनीर के दाम भी बढ़ गए है। बढ़ी कीमतों की वजह से रसोई का बजट पांच प्रतिशत बढ़ गया है।

यहां बता दे कि अब तक नान ब्रांडेड आटा, मैदा, सूजी, दूध, मक्खन, पनीर आदि वस्तुएं जीएसटी मुक्त थी। लेकिन अब इन वस्तुओं पर जीएसटी लागू कर दी गई है जिसके चलते ये वस्तुएं महंगी हो गई है। अब पैकेट बंद अनाजों को जीएसटी के दायरे में लाने पर महिलाओं ने ऐतराज जताया है। बढ़ती महंगाई से महिलाओं की रसोई का बजट भी गड़बड़ाएगा। वहीं व्यापारियों द्वारा अनाज पर जीएसटी लगाने का विरोध किया जा रहा है।

व्यापारियों ने जताया विरोध---सीमावर्ती प्रखंड क्षेत्र के व्यापारियों में राजीव राय, गणेश कुमार, पप्पू गुप्ता, आभास राय, अमित कुमार, मिथिलेश केसरी आदि ने बताया कि केंद्र सरकार ने खाद्य वस्तुओं को जीएसटी के दायरे में न लाने का वादा किया था। अब खाद्य वस्तुओं, अनाज को जीएसटी के दायरे में लाया जा रहा है जो कि वादा खिलाफी है। इससे आम उपभोक्ता पर असर पड़ेगा, महंगाई बढ़ेगी। केंद्र सरकार ने पैकेट बंद, डिब्बा बंद, लेबल युक्त मछली, दही, पनीर, लस्सी, शहद, सूखा मखाना, सोयाबीन, मटर, गेहूं का आटा, गुड़ सहित अन्य अनाजों को जीएसटी के दायरे में लाया है।
महिलाओं ने कहा गृहस्थी चलाना हुआ मुश्किल--- पहले खाद्य तेलों के दाम में बढ़ोतरी, फिर घरेलू गैस सिलिडर, अब पैकेट बंद अनाजों को जीएसटी के दायरे में लाने पर महिलाओं ने ऐतराज जताया है। कुमारी संगीता कहती है कि पैकेट बंद अनाज को जीएसटी के दायरे में लाना केंद्र सरकार का यह कदम गलत है। मधु कुमारी ने कहा डिब्बा बंद, पैकेट बंद अनाज और अन्य वस्तुओं को जीएसटी के दायरे लाया गया है इससे आम आदमी का जीना मुश्किल हो गया है। मनोरमा कुमारी ने कहा अनाज को जीएसटी में दायरे में लाने से पहले कर चोरी रोकने के ठोस इंतजाम किए जाने थे। हर तरह से मध्यम वर्गीय परिवार वाला ही पिस रहा है। ज्योति राज कहती है कि सरकार को खाद्य सामग्रियों की बढ़ती कीमतों पर अंकुश लगाना चाहिए। सरकार को इस पर ध्यान देने की आवश्यकता है ताकि निम्न और मध्यमवर्गीय परिवारों को राहत मिल सके।
क्या कहते हैं राजद नेता---राजद नेता डा शत्रुघ्न कुमार सुमन कहते हैं कि जीएसटी लगाए जाने से महंगाई बढ़ेगी। गरीब तबके को दिक्कत होगी।
----बढ़ी कीमतें---
सामग्री---------------पहले की कीमत---------वर्तमान दर
आटा 27 30
चने की दाल 70- 80
काला चना 60-65
अरहर की दाल 120- 140
मूंग छिलका 100- 120
देशी घी 600-650
गुड़ 40- 45
सूजी 30-38
दही 120- 140
बटर 900-950

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