देवरानी सिटी हास्पिटल के संचालक पर दर्ज हुआ मुकदमा

संवाद सूत्र, राघोपुर (सुपौल): प्रमंडलीय आयुक्त के निर्देश के आलोक में प्रखंड क्षेत्र के सिमराही बाजार स्थित देवरानी सिटी हास्पिटल को गुरुवार को सील कर दिया गया वहीं अस्पताल संचालक के विरुद्ध राघोपुर थाना कांड दर्ज कर लिया गया है। गौरतलब हो कि बसंतपुर प्रखंड के बनैलीपट्टी निवासी सुजीत कुमार नामक व्यक्ति ने एक वर्ष पूर्व मुख्यमंत्री बिहार सरकार के पोर्टल पर आवेदन देकर कहा था कि उक्त हास्पिटल में वे अपनी पत्नी का डिलीवरी कराने गया था। जहां अप्रशिक्षित चिकित्सक के द्वारा उनकी पत्नी का सिजीरियन किया गया था। जहां चिकित्सक की लापरवाही से उनका नवजात शारीरिक और मानसिक रूप से विकलांग हो गया। उक्त मामले में सुनवाई करते हुए कमिश्नर ने अस्पताल को दोषी मानते हुए अस्पताल को सील कराने के साथ साथ संचालक के विरुद्ध केस दर्ज करने का आदेश निर्गत किया। उसी आदेश के आलोक में गुरुवार को प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. दीप नारायण राम, दंडाधिकारी सह सीओ प्रीति कुमारी, थानाध्यक्ष रजनीश कुमार केशरी ने संयुक्त रूप से अस्पताल के मुख्य द्वार सहित अन्य कमरे को सील कर सुसंगत धारा के तहत अस्पताल संचालक पर थाना केस दर्ज कर दिया है। हालांकि प्रखंड में इकलौता अस्पताल यह नहीं है जहां मरीजों के जीवन के साथ खिलवाड़ हुआ है। प्रखंड क्षेत्र के राघोपुर सिमराही बाजार में संचालित कई निजी नर्सिंग होम ऐसे हैं, जहां मरीजों का इलाज ऐसे चिकित्सक कर रहे हैं जिनके पास मरीजों के इलाज करने संबंधित आवश्यक डिग्री नहीं है। यहां तक कि ऐसे नर्सिंग होम में ऑपरेशन करना एक धंधा बनाकर लोगों की जिदगी के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। कई बार ऑपरेशन के क्रम में चूक के कारण मरीजों को जान से हाथ धोना पड़ता है, या गंभीर हालत में रेफर कर दिया जाता है। ऐ अस्पतालों के बाहर बड़ा सा बोर्ड लगा होता है और उस पर नामी गिरामी कई डाक्टरों के नाम बड़े-बड़े अक्षरों में लिो होते हैं। ये रोजमर्रे की घटनाएं हैं, हो हंगामा होता है, पंचायत होती है, मामला रफा-दफा कर दिया जाता है। न तो स्वास्थ्य विभाग को कुछलेना देना होता है और न प्रशासनिक अधिकारियों को। ये धंधेबाज अपना गोरखधंधा बेखौफ चला रहे होते हैं।


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