20 रुपये जार पानी खरीदकर पीने को विवश वार्ड वासी

संवाद सूत्र, बरहट (जमुई) : प्रखंड क्षेत्र में सरकार के लाख प्रयास के बावजूद विभागीय उदासीनता व संवेदक की लापरवाही से हर घर नल-जल योजना बेपटरी होकर रह गई है। ताजा मामला मलयपुर पंचायत के वार्ड नं. 16 स्थित महादलित टोला नरसौता का है। लोगों को शुद्ध पानी के लिए पीएचईडी विभाग की ओर से नल-जल योजना के तहत जलमीनार का निर्माण कराया गया। घरों तक शुद्ध पानी के लिए लगभग सौ घरों में नल कनेक्शन भी लगा दिया गया। घरों में नल लग जाने से लोगों को आस जगी कि अब शुद्ध पानी मिलने लगेगा, लेकिन बताया जाता है कि सौ घरों में लगे नल कनेक्शन हाथी का दांत साबित हो गया। मुश्किल से 10 घरों में ही नल-जल योजना का पानी पहुंचते ही दम तोड़ दिया है। शेष बचे घरों के लोग खरीदकर पानी पीने को विवश हैं। शुक्रवार को अपने सिर पर जार और बर्तन लेकर एक निजी पानी के प्लांट पर पहुंची वार्ड नं. 16 की महादलित टोला नरसौता की गिरजा कुमारी, सकुना कुमारी, जयमाला कुमारी, रेशम कुमारी, ज्योति कुमारी समेत दर्जनों महिलाएं और युवतियों ने बताया कि हम लोगों के घर में लगा नल बेकार पड़ा हुआ है। हम सबों को सालो भर 20 रुपये जार सुबह-शाम पानी खरीदकर ही पीना और खाना बनाना पड़ता है। उन्होंने बताया कि एक घर में दो बार पानी जार या बर्तन में 20-20 रुपये में खरीदते हैं। इससे समझा जा सकता है कि हम लोगों को पानी के लिए एक महीने और साल में कितना खर्च करना पड़ता है। यहां बता दें कि मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत नल-जल योजना से शुद्ध पानी मुहैया कराने का बीड़ा उठाया गया है, लेकिन विभागीय उदासीनता व संवेदक की लापरवाही के कारण प्रखंड क्षेत्र की सभी नौ पंचायतों के अधिकांश वार्ड के लोगों को शुद्ध जल अब तक नहीं मिल पा रहा है। कुछ वार्डों को छोड़ दें तो अधिकांश वार्डों में हर घर नल-जल का पानी लोगों के लिए बेकार साबित हो रहा है। लोग फिल्टर्ड पानी का प्रयोग कर रहे हैं। फिल्टर्ड पानी की मांग के कारण प्रखंड क्षेत्र में पानी का खूब व्यापार हो रहा है। -- मलयपुर पंचायत के महादलित टोला नरसौता वार्ड नं. 16 में लोगों को नल-जल से पानी नहीं मिलने की शिकायत मिली है। मामले की जांच कर जल्द ही लोगों के घरों तक पानी मुहैया कराई जाएगी। - चंदन कुमार, बीडीओ, बरहट


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