नगर की त्रासद भरी कहानी, यहां प्यासे को नहीं मिलता है पानी

मनोज कुमार, पूर्णिया। यह विडंबना ही है कि नगर निगम क्षेत्र में आम गरीबों व राहगीरों के लिए इस भीषण गर्मी में गला तर करने की कोई व्यवस्था नहीं है। हाल यह है कि पूरे निगम क्षेत्र में न सड़क किनारे, न चौक-चौराहा और न ही मुख्य सार्वजनिक स्थानों पर नल लगा है और न ही चापाकल है। अगर लोगों को प्यास लग जाए तो सिवा गला सहलाने के उनके पास कोई चारा नहीं है। जिनके जेब में रुपये है वो तो बोतल बंद पानी खरीद लेते हैं लेकिन जो लोग दूर-दराज क्षेत्र से जेब में सिर्फ बस भाड़ा का खर्च लेकर कोर्ट-कचहरी व अन्य कार्यों से पूर्णिया आते हैं उनके समक्ष बड़ी परेशानी खड़ी हो जाती है। ऐसी हालत में ही पिछले दिनों एक वृद्ध की मौत कचहरी परिसर में गर्मी और प्यास से एक वृद्ध की मौत हो गई है। लेकिन इसकी चिता न तो निगम को है न पीएचईडी को। और तो और इस प्रचंड गर्मी में इस बार चौक-चौराहों पर किसी सामाजिक संगठनों द्वारा प्याऊ की व्यवस्था नजर नहीं आती है। इसका सबसे अधिक खामियाजा ग्रामीण क्षेत्र से शहर आने वाले लोगों, राहगीरों व गरीब-मजदूरों को उठाना पड़ता है। पानी के लिए भटकने को लोग विवश


कहने को तो पूर्णिया नगर निगम क्षेत्र है लेकिन यह त्रासद भरी कहानी है कि यहां आम लोगों के लिए पेय जल तक की व्यवस्था प्रशासन द्वारा नहीं की जा सकी है। इसे संवेदनहीनता की इंतहा ही कहा जाए कि नल तो दूर प्रशासन द्वारा आम लोगों की प्यास बुझाने के लिए एक अदद चापाकल तक की व्यवस्था नहीं की जा सकी है। जहां कचहरी रोड हो या समाहरणालय से मुख्य चौराहा आरएन साव चौक जाने वाली सड़क हो या बस स्टैंड, टैक्सी स्टैंड, भट्ठा बाजार, अस्पताल रोड, लाइन बाजार या मधुबनी कहीं भी सड़क किनारे न नल है न चापाकल। ये सभी वैसे महत्वपूर्ण स्थान हैं जहां रोजाना हजारों लोग विभिन्न कार्यों से आते हैं लेकिन जब उन्हें प्यास लगती है तो उन्हें या तो जेब ढीली करनी पड़ती है या फिर किसी से मांग कर पानी पीना मजबूरी होती है। नगर में लगे हैं सात पानी टंकी पर पानी नदारद
नल जल योजना लागू किए जाने से पूर्व नगर क्षेत्र में पानी आपूर्ति के लिए सात जगहों पर पानी टंकी बनाए गए हैं। उसी से पूरे नगर क्षेत्र में पानी की सप्लाई की जाती थी। उस वक्त नगर क्षेत्र में मुख्य चौक चौराहा बस स्टैंड, टैक्सी स्टैंड, भट्ठा बाजार, लाइन बाजार आदि क्षेत्र में कई स्टैंड पोस्ट लगाए गए थे साथ ही कई चापाकल भी लगाए गए थे जहां आसानी से कोई भी लोग अपनी प्यास बुझा लेते थे। लेकिन नल जल योजना के तहत नगर क्षेत्र में पानी पहुंचाने का काम अब बुडको को दे दिया गया है। बुडको द्वारा सात के अलावा आधा दर्जन और पानी टंकी का निर्माण किया जा रहा है लेकिन लोगों को पानी नसीब नहीं हो रहा है। कई वर्षों से न तो लोगों के घरों में और न ही सार्वजनिक स्थानों पर लोगों को पेय जल मिल पा रहा है। प्रशासन को दिया गया है आवेदन
वार्ड आयुक्त सरिता राय एवं समाजसेवी व पूर्व वार्ड आयुक्त पवन राय ने इस संबंध में नगर आयुक्त को आवेदन देकर भीषण गर्मी को देखते हुए नगर निगम के मुख्य चौक चौराहे पर पेय जलापूर्ति की व्यवस्था की मांग की थी। कहा है कि प्रचंड गर्मी के कारण आम लोग, दैनिक कार्य करने वाले, रिक्शा-ठेला चलाने वाले एवं राहगीरों को पानी के लिए काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। उन्होंने मुख्य चौक चौराहों पर स्थाई एवं अस्थाई तौर पर चापाकल अथवा निगम की पानी टंकी से पेय जल आपूर्ति की व्यवस्था कराने की मांग की है। लेकिन अभी तक उस पर कोई ध्यान निगम द्वारा नहीं दिया गया है।
----------------
कोट के लिए
नगर क्षेत्र में लोगों के घरों तक पानी पहुंचाने के लिए बुडको द्वारा कार्य प्रगति पर है। तेजी से इसका काम चल रहा है। सार्वजनिक स्थानों पर भी स्टैंड पोस्ट लगाकर नल लगाया जाएगा ताकि आम लोगों को पेय जल मिल सके। शीघ्र ही सबों के घरों तक भी नल से जल पहुंचाया जाएगा।
शेखर प्रसाद, सिटी मैनेजर, नगर निगम, पूर्णिया
-----------
लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में नल से जल योजना पहुंचाने का कार्य कर रही है। नगर क्षेत्र में नल से जल पहुंचाने का काम उनके विभाग अंतर्गत नहीं आता है। योजना के तहत उनका विभाग लक्ष्य के अनुरूप काम पूरा कर लिया है। पीएचईडी द्वारा जिले के सभी प्रखडों में 1628 वार्डों में नल का जल पहुंचा दिया गया है।
दिलीप चौधरी, कार्यपालक अभियंता, पीएचईडी, पूर्णिया

अन्य समाचार