किशनगंज पुलिस भवन का तैयार काफी टेबल बुक सार, पुलिस मुख्यालय के लिए बना उपहार



शैलेश, किशनगंज : जिला में पुलिस के भवन और संसाधन की वर्तमान स्थिति का समग्र आंकलन का तैयार डाटा शायद ही किसी जिला के पास होगा। वहीं किशनगंज एसपी डा. इनामुल हक मेंगनू के पहल पर एसपी आवास से लेकर थाना और ओपी स्तर तक का तैयार किया गया काफी टेबल बुक पुलिस मुख्यालय के लिए नजीर बन गया है। किशनगंज पुलिस के तैयार भवन इंफ्रास्ट्रक्चर रिपोर्ट के तर्ज पर बिहार के हर जिले से तैयार किया जाएगा। किशनगंज ऐसा पहला जिला है जो जिला में पुलिस के पास उपलब्ध संसाधन थाना भवन, भवन के दीवार सहित छत की स्थिति, रंगाई पोताई, मरम्मती कार्य, भवन निर्माण काल, उपलब्ध शौचालय की स्थिति, वाहन, पानी पीने की व्यवस्था, खाना बनाने की व्यवस्था का नक्शा और फोटो पर आधारित काफी टेबल बुक तैयार किया है। इसमें पुलिसकर्मियों की वर्तमान संख्या और अगले 20 वर्ष के लिए पुलिसकर्मियों की जरूरत की संख्या का तुलनात्मक अध्ययन के साथ यह रिपोर्ट तैयार किया गया है। यह पूरा काफी टेबल बुक पुलिस भवन के उपलब्ध संसाधन और वर्तमान में उसकी स्थिति पर आधारित है।

पुलिस भवन संबंधित बारीकी से तैयार रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय को उपलब्ध कराने पर मुख्यालय स्तर पर जिला द्वारा किए गए कार्यों की सराहना हो रही है। फोटे, नक्शा के साथ सभी थाना एवं ओपी का तैयार किया गया जमीन स्तर तक का हर एक पहलू अधिकारियों को काफी पसंद आ रहा है। किशनगंज पुलिस के द्वारा तैयार किया गया पुलिस भवन संबंधित काफी टेबल बुक के तर्ज पर अब अन्य जिलों में भी इसे तैयार करने की पहल मुख्यालय स्तर से की जा रही है। इसको लेकर मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, डीजीपी एसके सिघल, अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद, बिहार पुलिस भवन निर्माण विभाग और प्रक्षेत्र आइजी सुरेश प्रसाद चौधरी ने पत्र भेजकर किशनगंज एसपी डा. इनामूल हक मेंगनू के इस नए प्रयास की प्रशंसा कर किशनगंज एसपी को बधाई दी है। वहीं मुख्य सचिव ने इसे अन्य जिलों से भी तैयार करने की बात कही है। ताकि पूरे राज्य स्तर पर हर जिला का पुलिस भवन और वर्तमान में उसके इंफ्रास्ट्रक्चर का विस्तृत रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय के पास उपलब्ध रहे।
अंग्रेज जमाने के हैं अधिकांश भवन::
किशनगंज पुलिस द्वारा तैयार किए गए भवन इंफ्रास्ट्रक्चर संबंधित काफी टेबल बुक में अधिकांश पुलिस भवन अंग्रेज जमाने के बने होने का जिक्र है। ऐसे भवन काफी पुराने हो चुके हैं। कई भवन के छत जर्जर होने तो कई के दीवार जर्जर होने की बात कह गई है। कई भवन का अब तक मरम्मत कार्य नहीं किए जाने और काफी पुराने होने की बात बताई गई है। उसे फोटो के माध्यम से दर्शाया भी गया है। वहीं पानी पीने की व्यवस्था, वाहन पार्किंग की व्यवस्था, पुलिस अधिकारी के आवास, बैरेक और बीएमपी के रहने की व्यवस्था जैसे हर पहलुओं को तस्वीर के साथ उभारा गया है।

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