डीएम ने खाद दुकानों के नियमित जांच का दिया आदेश

औरंगाबाद । जिले में खाद के लिए प्रतिदिन हो रहे हंगामा की सूचना के आलोक में शनिवार को समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में जिला स्तरीय उर्वरक निगरानी समिति की बैठक की गई। अधिक दर पर खाद बेचने की शिकायत पर डीएम सौरभ जोरवाल ने टाप-20 यूरिया उर्वरक विक्रेताओं की जांच कराने का निर्देश जिला कृषि पदाधिकारी रणवीर सिंह को दिया। नियमित रूप से उर्वरक प्रतिष्ठानों की जांच करने का निर्देश दिया। छापेमारी दल के द्वारा जांच कराने का निर्देश दिया। बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि वर्षा की कमी के कारण रोपनी कम हुई है। उर्वरक की आपूर्ति इस बार अच्छी है। बीते वर्ष यूरिया की आवश्यकता लगभग 38,000 एमटी थी कितु आपूर्ति मात्र 12,000 एमटी हुई थी। इस वर्ष यह समस्या नही है। इस वर्ष 38,000 एमटी से अधिक उर्वरक की आपूर्ति होगी। कहा कि पहले उर्वरक के लिए रैक रोहतास में लगता था कितु इस बार औरंगाबाद में ही रैक लग रहा है जिससे सुविधा हुई है। अभी 10,000 एमटी से अधिक यूरिया इस माह तक प्राप्त हो चुका है। 3000 एमटी यूरिया रबी की फसल से बचा है। इस प्रकार 13,000 एमटी यूरिया पहले से है जो बीते वर्ष की कुल आपूर्ति से अधिक है। इस बार यूरिया की कमी नहीं होगी। बताया कि जिला में यूरिया 43,845 एमटी के विरूद्ध 10,727.915 एमटी, डीएपी 13,320 एमटी के विरुद्ध 5,301एमटी, एनपीके 10,300 की जगह 450 एमटी, एसएसपी 12,915 की जगह 4,140.75 एमटी, एमओपी 10,250 एमटी की जगह 466 एमटी विभिन्न कंपनियों के द्वारा प्राप्त हो चुका है। कुछ दुकानों पर लगने वाली लंबी लाइन के बारे में जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि कुछ लोगो को आशंका है कि पिछले साल की तरह उर्वरक कम न हो जाए इसलिए वे उर्वरक खरीद कर रखना चाह रहे है जिसके लिए लाइन में लग रहे है। जबकि इस बार पूरे सीजन में उर्वरक मिलता रहेगा। इसके अतिरिक्त कुछ व्यक्ति उर्वरक को खरीद कर कमी होने पर बेचने के लिए भी भंडारित करने का प्रयास कर रहे है जबकि इस बार सभी दुकानों पर ही पर्याप्त उर्वरक मिलता रहेगा। ऐसे लोगो को जानकारी मिलते ही इन पर छापेमारी भी की जा रही है। जिला कृषि पदाधिकारी के द्वारा बताया गया कि जीरो टालरेंस नीति के तहत उर्वरक प्रतिष्ठानों पर उचित मूल्य पर बिक्री करने हेतु किसान सलाहकार एवं कृषि समन्वयकों को टैगिग कर अंडरटेंकिग लिया गया है। बैठक में ओबरा विधायक ऋषि कुमार द्वारा बताया गया कि सुकृत ट्रेडर्स जिनोरिया के द्वारा यूरिया के साथ डीएपी एवं दवा लेने हेतु कृषकों पर दबाव बनाया जाता है। जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि इसकी जांच कराई जाएगी और सत्यता पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी। गोह विधायक के प्रतिनिधि द्वारा गोह के सभी पैक्सों को अनुज्ञप्ति निर्गत करने के सवाल पर डीएओ द्वारा बताया गया कि प्रखंड में एक भी पैक्सों द्वारा अनुज्ञप्ति नहीं ली गई है, जिस कारण जिला से उर्वरक का उपावंटन नहीं किया जाता है। इसपर डीएम ने जिला सहकारिता पदाधिकारी को पैक्सों के साथ बैठक करने का निदेश दिया। डीएम ने डीएओ को उर्वरक की उपलब्धता का अधिक से अधिक प्रचार प्रसार कराने का भी निर्देश दिया गया ताकि लोग अनावश्यक परेशान होकर उर्वरक के लिए हंगामा न करें। सुखाड़ पर हुई चर्चा


बैठक के दौरान वर्षा न होने और संभावित सुखाड़ की स्थिति पर चर्चा की गई। इसके लिए कृषि विज्ञान केंद्र के साथ मिलकर आकस्मिक फसल योजना बनाने पर चर्चा हुई। किसानों से बातचीत करने और आकस्मिक फसल योजना के बारे में जागरूक करने को कहा गया।

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